Annual Festival : आध्यात्मिक शिक्षा छात्रों को संस्कारवान बनाती है
पालकों ने वार्षिक उत्सव में की शिरकत
छिंदवाड़ा/ शहर के गुरुकुल में इन दिनों वार्षिक उत्सव मनाया जा रहा है। प्रतिवर्षानुसार इस वर्ष भी वार्षिक उत्सव में कई धार्मिक, सांस्कृतिक, देश भक्ति से ओतप्रोत आयोजन हो रहे हैं। बाल मेला के साथ वार्षिक उत्सव का शुभारम्भ हुआ। बाल मेला में विद्यार्थियों ने कई रोमांचित करने वाली प्रदशर्नी लगाकर मुख्य अतिथियों एवं समस्त पालकों का ध्यान आकर्षित करवाया।
देश के कोने – कोने से आए लगभग 2000 पालकों के विशेष अनुरोध पर गुरुकुल प्रशासन ने सत्संग का भी आयोजन कराया। सत्संग में सतीष भाई ने आध्यात्मिक शिक्षा एवं आधुनिक शिक्षा के समन्वय के महत्व से अवगत कराया। आध्यात्मिक शिक्षा विद्यार्थी को संस्कारवान बनने के साथ – साथ निरोगी एवं देशभक्त बनाती है। आध्यामिक शिक्षा के कारण ही विद्यार्थी का चउमुखी विकास होता है। आधुनिक युग में हमारी आध्यात्मिक शिक्षा प्रणाली लुप्त हो गई थी। जिसको जीवंत करने गुरुकुलों की स्थापना की है। वार्षिक उत्सव में पालकों के आलावा स्थानीय साधकों ने भी अपनी उपस्थिति दर्ज की। गुरुकुल प्रशासन ने इस अवसर पर जिले की समस्त राजनीतिक पार्टियों के पदाधिकारी, उच्चाधिकारी एवं अन्य धार्मिक तथा सामाजिक संगठनों के पदाधिकारियों विशेष रूप से आंमत्रित किया। कार्यक्रम में लगभग 6000 हजार से अधिक लोगों ने उपस्थिति दर्ज की।
मुख्य अतिथि के रूप में कांग्रेस सेवादल प्रमुख सुरेश कपाले, कॉग्रेस ग्रामीण प्रकोष्ठ के दिगम्बर ठाकरे, पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष कन्हई राम रघुवंशी, सभापति संतोष राय, शिव मालवी, भाजपा नेता, विवेक (बंटी) साहू, गोविन्द चौरसिया, भारत जागृति मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष हिमांशु आहुजा (रोहतक) सेवा निवृत्त एसडीओ. एएल डेहरिया, बीआर लाड़े मुख्य रूप से उपस्थित थे।
इस आयोजन को सफल बनाने में संस्था की संचालिका दर्शना खट्टर, खजरी आश्रम के जयराम भाई, महिला उत्थान आश्रम की संचालिका साध्वी नीलू बहन, समिति के अध्यक्ष मदन मोहन परसाई, प्राचार्य विवेक शर्मा, प्रबंधक सुशीलसिंह परिहार, युवा सेवा संघ के दीपक दोईफोडे, छात्रावास प्रभारी सोमनाथ पवार आदि ने अपनी सेवाएं दीं।