आसाराम दुष्कर्म के प्रकरण में राजस्थान के जोधपुर जेल में बंद है। सोमवार को इसी मामले में दोषी पाए गए हैं। इस प्रकरण का सबसे बड़ा नाता छिंदवाड़ा के परासिया रोड स्थित आसाराम आश्रम से है। दुष्कर्म पीडि़ता इसी आश्रम में रहकर पढ़ती थी। पीडि़ता ने प्रकरण की रिपोर्ट दिल्ली में दर्ज कराई थी। पुलिस की एक टीम जांच करने के लिए छिंदवाड़ा के आश्रम भी पहुंची थी। पदस्थ कर्मचारियों से पूछताछ की गई।
आश्रम से जुड़ा दो बच्चों की मौत का मामला भी कई महीनों तक गर्माया रहा। आश्रम में रहकर पढ़ाई करने वाले दो मासूम बच्चों की संग्दिध मौत हुई थी। पुलिस ने प्रकरण दर्ज किया और जांच शुरू की तो सामने आया कि आश्रम में पढऩे वाले एक बच्चे ने स्कूल बंद कराने की भावना से दो मासूमों को मौत के घाट उतारा। जांच के बाद हत्या करने वाले बच्चे को न्यायालय से सजा भी सुनाई गई।
जमीन को लेकर विवाद
परासिया रोड स्थित आश्रम जिस जमीन पर बना है, उसे लेकर भी लम्बे समय से विवाद चल रहा है। गोंडवाना गणतंत्र पार्टी कई बार आश्रम को हटाने की मांग उठा चुकी है। कलेक्ट्रेट में सामूहिक ज्ञापन भी सौंपा गया। आरोप लगाए जा रहे हैं कि जमीन पर कब्जा कर आश्रम बनाया गया है। जमीन को लेकर भी लम्बे समय तक आसाराम चर्चा में रहे। हालांकि अभी आश्रम यथावत है और किसी प्रकार की कार्रवाई नहीं हुई है।