यहां 1990 से किसी की नहीं बन सकी हैट्रिक, जानें चुनावी इतिहास
छिंदवाड़ाPublished: Nov 05, 2018 11:06:00 pm
चौरई: आम जनता ने कांग्रेस-भाजपा को दिया बराबर अवसर
rajasthan assembly election 2018
छिंदवाड़ा/चौरई. चौरई विधानसभा क्षेत्र में कभी भी किसी विधायक की हैट्रिक नहीं बन सकी। आम जनता ने कांग्रेस और भाजपा को समान अवसर दिया। विधानसभा क्षेत्र का इतिहास देखा जाए तो जनमानस वर्ष 1990 से लगातार परिवर्तन के पक्ष में रहा है। 1990 में भाजपा की ओर से पं.रमेश दुबे चुनाव जीते थे। उसके बाद 1993 के चुनाव में जनता ने कांग्रेस के मेरसिंह चौधरी को विधायक चुना। 1998 के चुनाव में कांग्रेस में टिकट परिवर्तित हो गया। चौधरी गंभीर सिंह विधायक निर्वाचित हुए। वर्ष 2003 में एक बार फि र पं.रमेश दुबे ने चौधरी से सीट छीन ली। 2008 के चुनाव में कांग्रेस के उम्मीदवार मेरसिंह चौधरी ने इस सीट पर फि र से परचम लहराया लेकिन 2013 के चुनाव में फि र से भाजपा के रमेश दुबे ने जीत दर्ज कर कांग्रेस से सीट छीन ली। अब 2018 में फि र से दोनों दलों के प्रत्याशियों में कड़ा मुकाबला होने की उम्मीद है। भाजपा ने तो अपना प्रत्याशी घोषित कर दिया है। कांग्रेस में प्रत्याशी चयन को लेकर खींचतान जारी है। उतार चढ़ाव भरे माहौल में ये देखना दिलचस्प होगा कि इस बार चौरई क्षेत्र की जनता का रुख किस तरफ होगा।