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गर्मी चरम पर, पशुओं के सामने चारा-पानी का संकट

locationछिंदवाड़ाPublished: Apr 26, 2019 05:11:32 pm

आने वाले दिनों में गर्मी और अधिक शबाब पर होगी और जल के अन्य स्रोतों से भी पानी की प्राप्ति दुर्लभ होगी।

At the peak of heat

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खैरवानी/हनोतिया. विकासखंड में गर्मी अब अपने चरम पर आ चुकी है ऐसे में इस वर्ष कम वृष्टि के चलते नदी तालाबों में पानी की कमी के चलते वर्तमान में ग्रामीण अंचल के नदी तालाब पूरी तरह सूख गये है। ऐसे में अब ग्रामीण अंचल के पशुओं के सामने पीने के पानी की विकराल समस्या उत्पन्न हो गई है।
ग्रामीण अपने इन पशुओं के लिए जहां-वहां से पानी से पानी इक_ा कर इनकी प्यास बुझा रहे है किन्तु आने वाले दिनों में गर्मी और अधिक शबाब पर होगी और जल के अन्य स्रोतों से भी पानी की प्राप्ति दुर्लभ होगी। ऐसे में ये पशु अपने जीवन से संघर्ष करते नजर आएंगे। फिलहाल क्षेत्र में पशुओं की प्यास हैंडपंप और कुओं के जरिए बुझाई जा रही है।

अप्रैल माह में ही यह हाल तो मई और जून में पानी की समस्या अंदाजा लगाया जा सकता है। जुलाई के माह में ही अच्छी बारिश हो सकती है। इन दो माह में के अंतराल के बीच पशुओं के लिए पानी की व्यवस्था ग्रामीणों के लिए एक विकट संकट का रूप धारण कर सकती है। वर्तमान में ही ग्रामीण अंचल में हैंडपंप और कुओं में जल स्तर लगातार कम होते जा रहा है। ऐसे में दो माह तक इनसे पानी उपलब्ध हो मुश्किल है ऐसे में ग्रामीण कृषक अपने पशुओं के लिए किस प्रकार पानी की व्यवस्था करते है यह सोचनीय है और यदि पानी के अभाव में पशुओं की मृत्यु हो जाती है तो इन ग्रामीणों पर भी आर्थिक भार बढऩे के साथ ही मूक मवेशी की जान भी चली जाएगी। अब ग्रामीण इस सोच में है कि वे आने वाले दिनों में पानी की व्यवस्था कैसे करेंगे। ग्रामीण क्षेत्र के डैम भी सूख चुके है।

 

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