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संपत्तिकर वसूलने कुर्की नोटिस जारी

locationछिंदवाड़ाPublished: Nov 29, 2017 05:02:02 pm

Submitted by:

sanjay daldale

करीब करीब ४० दिन का समय बीत चुका है। जिसके बाद निगम द्वारा अब कुर्की नोटिस जारी कर दिया जाएगा।

Attachment notice

बीस लाख रुपए से अधिक संपत्तिकर की वसूली की जानी है।

छिंदवाड़ा. शहर के वार्ड क्रमांक ३५ के इमलीखेड़ा क्षेत्र में इंडस्ट्रियल एरिया के बकायादारों से संपत्तिकर वसूलने के लिए निगम ने सख्त रुख अपना लिया है। जानकारी के अनुसार तीन दर्जन से अधिक बकायादारों से बीस लाख रुपए से अधिक संपत्तिकर की वसूली की जानी है। नगर पालिक निगम के राजस्व अधिकारियों ने गत १७ अक्टूबर को बिल जारी कर दिए थे। इसके बाद उन्होंने १५ दिन से अधिक का समय होने के बाद डिमांड बिल भी जारी कर दिया। करीब करीब ४० दिन का समय बीत चुका है। जिसके बाद निगम द्वारा अब कुर्की नोटिस जारी कर दिया जाएगा।
बैठक में आयुक्त ने दिए निर्देश
नगर निगम के राजस्व विभाग की मंगलवार को देर शाम चली मैराथन बैठक में निगम आयुक्त इच्छित गढ़पाले ने राजस्व अधिकारियों को समग्र आईडी, आधार फीडिंग और स्वच्छ सर्वेक्षण २०१८ के लिए निर्देश दिए। इसके साथ ही राजस्व वसूली के लिए इंडस्ट्रियल एरिए के बकायादारों पर भी लगाम कसने के लिए भी निगम आयुक्त ने निर्देश के साथ कुर्की नोटिस जारी करने के आदेश दिया है। बता दें कि वार्ड ३५ के इस क्षेत्र में ५ हजार से लेकर दो लाख तक के संपत्तिकर के बकायादार हैं।


मैरिज लॉन से वसूलेंगे ४७ हजार
छिंदवाड़ा. निगम क्षेत्र अंतर्गत चलने वाले विवाह घरों से अब ४७ हजार रुपए मासिक सफाई उपकर की वसूली की जाएगी। निगम क्षेत्र अंतर्गत करीब ५३ विवाह घरों एवं सामाजिक भवनों की सूची बनाई गई। जिसमें ३० विवाह घरों पर सफाई उपकर का निर्धारण मेयर इन काउंसिल द्वारा किया गया।
विवाह घरों से ५०० से लेकर ३ हजार रुपए तक का सफाई उपकर निर्धारित किया गया है, जो कि हर माह लिया जाएगा। इसमें बीस सामाजिक भवनों को इस उपकर से बाहर ही रखा गया है। निगम आयुक्त इच्छित गढ़पाले के निर्देश पर निगम के राजस्व एवं स्वास्थ्य विभाग की टीम द्वारा इस टैक्स की वसूली की जाएगी।
उल्लेखनीय है कि विवाह घर, दूसरे कामर्सियल भवनों से अधिक कचरा निकलता है। इसके कारण मप्र शासन एवं माननीय उच्च न्यायालय ने होटल उपविधि लागू करने के निर्देश दिए है। हालांकि एमआईसी द्वारा निर्णय को पारित किए पांच माह से अधिक का समय हो चुका है। इस तरह अब तक निगम को दो लाख रुपए से अधिक के सफाई उपकर का नुकसान हो चुका है।

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