उसी समय मुकेश और भीम दोनों भाई आए और बोले की मेड क्यों काटी हो कहकर मां – बहन की गंदी गंदी गालियां देने लगे और कहने लगे कि हमारा खेत वापस कर दो तब चंदभान ने बोला कि हमारे घर में आकर गालियां क्यों दे रहे हो तब इस बात को लेकर भीम कुल्हाड़ी एवं मुकेश डंडा लेकर चंद्रभान को मारने के लिए दौड़े तब प्रार्थीया बीच-बचाव करने गई तो भीम ने उसे कुल्हाड़ी से मारा जिससे उसके हाथ की उंगली में चोट लगकर खून निकलने लगा इसके बाद जोगेश, लखन, मुनीम, राजकुमारी, भगवती सभी ने मां बहन की गंदी गंदी गालियां दी एवं हाथ – मुक्को से मारपीट की जब रामराज बीच-बचाव करने गए तो आरोपी गण ने उसके साथ भी मारपीट की जिससे हम सभी को चोटें आई थी आरोपी कट जाते जाते जान से मारने की धमकी दे रहे थे जिस पर प्रार्थीया के द्वारा थाना चांद में आरोपी आरोपी गणों के विरुद्ध रिपोर्ट लिखाई गई थी जिस पर भारतीय दंड संहिता की धारा 323,294,324,506 /34 के अंतर्गत अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना उपरांत माननीय न्यायालय के समक्ष अभियोग पत्र पेश किया गया था