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बैंकों का खजाना खाली, कैश को तरसे लोग

locationछिंदवाड़ाPublished: Apr 18, 2018 11:34:11 am

Submitted by:

sandeep chawrey

शहर में नोटबंदी जैसे हालात, जरूरत २ लाख की मिल रहे ५० हजार

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दमोह. मंगलवार की रात से दमोह के पूरे एटीएम खाली हो गए थे। जिससे लोग बुधवार को सुबह शुक्रवार शाम तक इस एटीएम से दूसरे एटीएम तक भटकते रहे हैं।
बताया जाता है कि फरवरी से लगातार यह स्थिति बनी रहती है। इसके पीछे का मुख्य कारण यह है कि जिस कंपनी को रुपए डालने का ठेका दिया गया है, उसे बैंक 100 फीसदी राशि न देकर 20 से 30 प्रतिशत राशि ही मुहैया करा रही है। जिससे यह कंपनी केवल उन्हीं एटीएम में राशि रख रही है, जहां से लोगों का आवागमन सुलभ है, लेकिन बुधवार से लेकर शुक्रवार को पूरे दिन एटीएम पर लोग परेशान

छिन्दवाड़ा। शहर में नोटबंदी जैसे हालात इस समय फिर बन गए हैं। बैंको में जमा अपना ही रुपया लोगों को नहीं मिल रहा है। वे एटीएम के चक्कर लगा रहे है। कहीं मिल भी रहा है तो मन मुताबिक नहीं। आठ दस एटीएम में जाने के बाद किसी मेंपैसे हैं तो लंबी लाइन लगी दिख रही है। ५००० की जरूरत है लेकिन निकल रहे हैं सिर्फ २००० रुपए। दरअसल ये स्थिति इसलिए दिख रही है क्योंकि रिजर्व बैंक प्रदेश की बैंकों को न के बराबर रुपया भेज रहा है। इससे हालात बिगड़ रहे हैं। आरबीआई से कैश डिलेवरी नही हो पाने के कारण बैंक डिमांड के अनुसार पैसा ग्राहकों को नहीं दे पा रहे हैं। छिंदवाड़ा जिले में जितनी रकम की जरूरत रोज पड़ती है उसका २० प्रतिशत भी नहीं मिल पा रहा है। बैंक अधिकारी भोपाल, इंदौर, नागपुर, जबलपुर तक बात कर चुके हैं लेकिन सभी ने आपूर्ति के लिए हाथ खड़े कर दिए हैं। जिले में कैश को लेकर हालात बेकाबू हो रहे हैं। पिछले एक हफ्ते से हालात और खराब पिछले एक सप्ताह से हालात और खराब हो गए हैं। जिले में २०० करोड़ रुपए की डिमांड है लेकिन इसका २० प्रतिशत पैसा भी बैंकों को नहीं दिया जा रहा है। बैंकों में अधिकारियों के पास फोन घनघना रहे हैं और वे बड़ी मुश्किल से लोगों को समझा पा रहे हैं। मिली जानकारी के अनुसार आने वाले दो तीन दिनों तक और एेसे ही हालात रहने की संभावना है।
तहसीलों की शाखाओं से मंगा रहे कैश
जिला मुख्यालय से तहसीलों की शाखाओं के नकद की आपूर्ति की जाती है लेकिन इस समय उल्टी गंगा बह रही है। जिला मुख्यालय के अधिकारी तहसील शाखाओं में फोन लगाकर वहां से रुपया मंगा रहे हैं। सोमवार को एक तहसील शाखा से १० करोड़ रुपए मंगाकर जिले की मुख्य शाखा में ग्राहकों को पैसा उपलब्ध कराया गया। बैंक के अधिकारी कहते हैं कि हम लगातार मुख्यालय के संपर्क में है लेकिन कोई भी आश्वस्त नहीं है कि आरबीआई से कैश डिलेवरी कब सामान्य हो पाएगी।
शादी-ब्याह के मौसम में जेब खाली
इस समय शादी ब्याह का सीजन है। एेसे में लोगों को बैंकों से लगभग खाली हाथ लौटना पड़ रहा है। बैंक अधिकारी खुद बता रहे हैं कि किसी को दो लाख की जरूरत है तो हम उसे ५० हजार रुपए ही लेने का अनुरोध कर रहे हैं। जिनके घर खुद ये आयोजन है वे परेशान हो रहे हैं। खाते में तो लेागों के लाखों जमा है लेकिन इस समय बैंक से कुछ हजार भी बड़ी मुश्किल से लोग निकाल पा रहे हैं। छोटे खर्चों के लिए दो-पांच हजार रुपए भी लोगों को दर्जन भर से ज्यादा एटीएम खंगालने के बाद मिल पा रहे हैं।
इनका कहना है
यह सही है कि अन्य जिलों की तरह छिंदवाड़ा में भी कैश डिलेवरी पर्याप्त नहीं हो पा रही है। मुख्यालय तीन चार दिनों में स्थिति सामान्य होने की बात कह रहा है। हम लगातार डिमांड भेज रहे हैं। कहां और क्यूं दिक्कत आ रही है ये हम नहीं बता सकते।
एचआर मीणा, जिला अग्रणी प्रबंधक
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