scriptबैंकों ने बंद कर दिए एटीएम बूथ में गार्ड,सीसीटीवी के भरोसे सुरक्षा | Banks shut down ATM booth guard, CCTV trust | Patrika News

बैंकों ने बंद कर दिए एटीएम बूथ में गार्ड,सीसीटीवी के भरोसे सुरक्षा

locationछिंदवाड़ाPublished: Jul 27, 2019 05:15:24 pm

राष्ट्रीयकृत बैंकों के एटीएम भगवान भरोसे हैं

patrika

बैंकों ने बंद कर दिए एटीएम बूथ में गार्ड,सीसीटीवी के भरोसे सुरक्षा

छिंदवाड़ा. सरकारी बैंकों ने अपना खर्च कम करने के लिए एटीएम बूथ में सिक्योरिटी गार्डों को तैनात करना बंद कर दिया। सीसीटीवी के जरिए वे अपने एटीएम की सुरक्षा को लेकर निश्चिंत थे, लेकिन जिस तरह एटीएम में सेंधमारी की जा रही है कम्प्यूटरीकृत व्यवस्था को ठेंगा दिखा रहे हैं चोर।
पिछले डेढ़ साल से बैंकों ने सिक्योरिटी गार्डों की तैनाती करना बंद कर दिया है। बैंक प्रबंधन ने यह निर्णय लिया है। सामान्यत: वे बड़े बैंक जिनमें खाताधारक ज्यादा हैं और शहरी क्षेत्र में एटीएम भी ज्यादा हैं उनमें तो किसी भी एटीएम में सिक्योरिटी गार्ड तैनात नहीं हैं। छिंदवाड़ा की बात की जाए तो भारतीय स्टेट बैंक के सबसे ज्यादा २२ एटीएम हैं, लेकिन मुख्य शाखा के एटीएम तक को गिन लंे तो एक भी एटीएम की सुरक्षा के लिए गार्ड तैनात नहीं किया गया है।
सेंट्रल बैंक, बैंक ऑफ बर्डोदा की कुछ शाखाओं को छोड़ दें तो सभी राष्ट्रीयकृत बैंकों के एटीएम भगवान भरोसे हैं। डेढ़ साल पहले तक एटीएम में सुरक्षा गार्ड तैनात थे। बैंक खुद इन्हें तैनात करता था। बाद में बैंक ने इनकी नियुक्ति तो बंद कर ही दी, निजी एजेंसियों के गार्ड भी रखना बंद कर दिया।
बैंक देखते ही नहीं एटीएम
ज्यादातर एटीएम की स्थिति देखें तो लगता है कि बैंक प्रबंधन या फिर उसके जिम्मेदार अधिकारी स्पॉट पर जाकर कभी देखते ही नहीं। ज्यादातर एटीएम के दरवाजे ढंग से लगते या खुलते नहीं। एसी बंद है।
कुछ एटीएम में तो दूसरी तरफ लगी मशीनें तक लोगों को दिखती हैं। जगह इतनी कि उसमें से कोई घुसकर अंदर पहुंच जाए। एटीएम यदि बिगड़ गए तो कई दिनों तक सुधरते नहीं। एटीएम में पैसे डालने की जिम्मेदारी बैंकों ने निजी एजेंसी को दे दी है। वे पैसे डालने आते हैं और चले जाते हैं। वहां के
हालात क्या हैं इससे उन्हें कुछ लेना-देना नहीं।
कैमरे के जरिए ही नजर
बैंक अधिकारी एटीएम में लगे कैमरे के अलावा एक अन्य एक्सटर्नल कैमरा लगने की बात कह रहे हैं। उनका कहना है कि इसका कनेक्शन सीधा मुम्बई से जुड़ा रहता है। एटीएम की पूरी गतिविधि कैमरे से दिखती है। कुछ बैंकों में तो शाखाओं के पास ही एटीएम लगे हैं। इसके अलावा ऑफ साइड में भी एटीएम बैंकों ने लगाए हैं। बैंक सीसीटीवी को ज्यादा इफेक्टिव मानते हैं। दिन में तो ठीक है, लेकिन इससे रात में होने वाली वारदातों की तुरंत जानकारी कैसे मिलेगी। इस संबंध में वे कुछ नहीं कर पा रहे।
&एटीएम की सुरक्षा का मुद्दा गम्भीर मुद्दा है। बैंकों के
मैनेजमेंट को इस सम्बंध में गम्भीरता से ध्यान देना होगा। इस पर विचार करना होगा ताकि एटीएम में सेंध लगाने जैसी घटनाओं को रोका जा सके।
एनएस रावल, लीड बैंक प्रबंधक, छिंदवाड़ा
&एटीएम में सिक्योरिटी गार्ड की नियुक्ति करना न करना यह मामला प्रबंधन स्तर का रहता है। शहर के एटीएम में कोई गार्ड नहीं है ये बात सही है। जो घटनाएं होती हैं हम मीटिंग के समय इस पर जानकारी अधिकारियों को जरूर देते हैं।
आनंद अय्यर, मुख्य प्रबंधन एसबीआई छिंदवाड़ा

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो