ग्रामीणों की सलाह पर तुरंत खोदेंगे झिरिया
जांच में मोरों के प्राकृतिक आवास के पास झिरिया में समीप स्टापडैम की मिट्टी को पाया गया। ग्रामीणों ने झिरिया में पानी होने की सम्भावना जताई। इस पर डीएफओ ने तत्काल स्थानीय कर्मचारियों को झिरिया खोदने के निर्देश दिए और कहा कि इस पानी को वन्य प्राणियों के लिए सुरक्षित रखा जाना चाहिए। उन्होंने जंगल के अन्य इलाकों में भी झिरिया की सफाई, जलस्रोत के संरक्षण समेत अन्य काम शुरू करने के निर्देश दिए।
शंकरपुर में मोरों की मौत के मामले में वनरक्षक, डिप्टी रेंजर व रेंजर को नोटिस जारी कर स्पष्टीकरण मांगा गया है। इसके साथ ही जहर के संदेह पर मृत मोर की सेम्पल रिपोर्ट को जांच के लिए जबलपुर फोरेंसिक लैब पहुंचाया गया है। यह गम्भीर मामला है। हमने तुरंत स्थल पर झिरिया की सफाई कर पानी निकालने के लिए निर्देशित किया है। इसके साथ ही पूरे रेंज क्षेत्र में जंगली जानवरों के लिए पानी के इंतजाम करने के लिए भी कहा है।
-डॉ.किरण बिसेन, डीएफओ पश्चिम वनमण्डल