जनवरी से अब तक पुलिस ने औसतन हर दिन नाबालिग बच्चों को बाइक से सडक़ पर फर्राटे भरते हुए पकड़ा है। बच्चों को समझाइश दी कि वे अभी बाइक का इस्तेमाल न करें। परिजनों को बुलाया गया और उन्हें भी समझाया कि अभी इनकी उम्र वाहन चलाने की नहीं है। कुछ दिनों तक यह सिलसिला जारी रहा, लेकिन परिजनों ने इसे गम्भीरता से नहीं लिया। मजबूरी में पुलिस ने चालानी कार्रवाई शुरू कर दी। बाइक चलाते नाबालिग दिखाई दिया तो पुलिस ने तत्काल पकड़ रही। पालकों को मौके पर बुलाया जा रहा है और दो हजार रुपए का चालान बनाकर वाहन उनके सुपुर्द कर दिया जाता है। इसके बाद भी सडक़ पर सुधार पूरी तरह नजर नहीं आ रहा, लेकिन इसी तरह कार्रवाई जारी रही तो जल्द ही हालात बदल जाएंगे ऐसी उम्मीद पुलिस जता रही है।
38 दिनों में 88 कार्रवाई
ट्रैफिक डीएसपी सुदेश कुमार सिंह ने बताया कि नाबालिग बच्चों को वाहन चलाने से रोकने एवं स्कूल बसों को लेकर एक जनवरी से विशेष अभियान छेड़ा गया। 38 दिनों में टीम ने 88 नाबालिग बच्चों को वाहन चलाते पकड़ा है। सभी के पालकों से दो-दो हजार रुपए का चालान वसूला गया। अभी तक कुल 1 लाख 76 हजार रुपए की चालानी कार्रवाई केवल नाबालिग बच्चों के परिजनों पर की जा चुकी है। फरवरी में भी यह अभियान इसी तरह जारी रहेगा। इसी के साथ 35 स्कूल बसें भी नियम विरुद्ध चलती पाई गई जिनके खिलाफ भी चालानी कार्रवाई की है।