भागवत भगवान का पंचमय स्वरूप है परासिया. खेड़ापति मन्दिर भण्डारिया चान्दामेटा में सहस्त्र चण्डी महायज्ञ मे मथुरा से आई देवी निधि एवं देवी नेहा द्वारा स्वामी शंकरानंदजी महाराज गोवर्धन मठ जगन्नाथपुरी की उपस्थिति मे प्रवचन प्रारम्भ किया। 29 जनवरी तक दोपहर 2 से संध्या 5 बजे तक प्रवचन दिया जाएगा।
मंदिर समिति द्वारा प्रवचनकर्ता दोनों देवियों को बाजे गाजे के साथ मां खेड़ापति माता के दर्शन के बाद व्यास गादी तक लाया गया। उन्होंने बताया कि भागवत क्या है यह जानना जरूरी है, भागवत पंचम वेद है। भागवत भगवान का पंचमय स्वरूप है, भागवत में भगवान के सारे अवतारों का वर्णन है। दोनों देवियों की भक्ति मय कथा सुनने के लिए बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचे।
पंाढुर्ना/सिवनी. ग्राम सिवनी के विठ्ठल रुक्मिणी मंदिर, वैकुंठ धाम में अखण्ड विठ्ठल नाम सप्ताह की शुरुआत ह.भ.प नारायण महाराज शास्त्री के हस्ते कलश स्थापना और दीप प्रज्ज्वलन कर की गई। ह.भ.प संजय महाराज शिंदे रोजाना दोपहर १.३० से शाम 5 बजे तक प्रवचन देंगे। इसके पूर्व रोजाना प्रात: 5 से 6 बजे पहाट आरती, सुबह 7 बजे से 10 बजे तक ज्ञानेश्वरी पारायण, १०.३० से 11.३० बजे तक प्रवचन, सुबह 9 से ९.३० बजे तक विठ्ठल नाम सप्ताह , शाम 6 बजे से 7 बजे तक हरिपाठ रात 9 से 11 बजे हरि कीर्तन होंगे। सोमवार को गांव में शोभायात्रा निकाली जाएगी।
बोरगांव. नगर के मां भगवती धाम सार्वजनिक दुर्गा मंदिर में नौ कुंडीय शतचंडी महायज्ञ एवं श्रीमद भागवत ज्ञान यज्ञ में जलशयन शिखर रथापन देवी का महाभिषेक देवी प्राण प्रतिष्ठा हवन पूजन पूर्णाहूति के साथ सम्पन्न हुआ। इस दौरान जारी भागवत कथा में रुक्मिणी विवाह, सुदामा चरित्र, हंसाखयान, शोभायात्रा भंडारा आदि हुआ। आयोजकों ने सभी संतों आशीर्वाद लिया एवं आभार व्यक्त किया।
दमुआ. श्रीमद भागवत सेवा समिति महिला मंडल दमुआ क्रमांक ८ में आयोजित भागवत कथा में छठवें दिन आचार्य
शिव लहरी महाराज ने भगवान
कृष्ण और रुक्मिणी विवाह का प्रसंग सुनाया। उन्होंने बताया कि भगवान भक्तों के भाव के भूखे होते है। इस दौरान उन्होंने गोपी रास का वर्णन भी किया। रुक्मिणी विवाह के दौरान आकर्षक झांकी सजाई गई। कथा के दौरान भगवान को छप्पन भोग लगाए। बुधवार को कृष्ण सुदामा मित्रता एवं परिक्षित मोक्ष कथा का वर्णन किया जाएगा।
पारडसिंगा. ग्राम पंचायत पारड़सिगा के बाजार चौक में
काशी मथुरा के कलाकारों द्वारा रामलीला का मंचन किया जा
रहा है। प्रतिदिन शाम को ७ से रात १० बजे तक हो रहे रामलीला मंचन में रामकथा एवं झांकियों के साथ रामायण का चित्रण किया
जा रहा है।
मंगलवार को रामलीला में राम-रावण के युद्ध का मंचन किया गया। मथुरा से आए कलाकारों ने विविध झांकियों के साथ रामलीला की प्रस्तुति दे रहें है।
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