BIG BREAKING: कमलनाथ की फिसली जुबान, अपने ही महापौर प्रत्याशी का भूल गए नाम
छिंदवाड़ाPublished: Jul 02, 2022 03:03:06 pm
माफिया नहीं है और न ही नगर निगम के कर्मचारी है।
BIG BREAKING: कमलनाथ की फिसली जुबान, अपने ही महापौर प्रत्याशी का भूल गए नाम
छिंदवाड़ा. नगरीय निकाय चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशियों के समर्थन में प्रचार करने अपने गढ़ छिंदवाड़ा में पहुंचे प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने शनिवार सुबह अपने निज निवास शिकारपुर में प्रेस कान्फ्रेंस किया। प्रेस कान्फ्रेंस के दौरान कमलनाथ अपने कांग्रेस के महापौर प्रत्याशी का नाम गलत ले बैठे। हालांकि उन्होंने तत्काल ही इस त्रुटि को सुधार लिया। कहा कि हमारे महापौर के प्रत्याशी विक्रम अहाके ठेकेदार, सूत, लैंड माफिया नहीं है और न ही नगर निगम के कर्मचारी है। साधारण सरल, स्वभाव के व्यक्ति हैं। छिंदवाड़ा के मतदाताओं से अपील करता हूं कि वे पिछले 40 साल की तस्वीर अपने साथ रख ले और सच्चाई का साथ दें। उन्होंने कहा कि इस चुनाव में प्रदेश एवं देश का फैसला नहीं होना है। छिंदवाड़ा के भविष्य का फैसला होना है। झूठ और सच्चाई का फैसला होना है। अभी हाल में ही रणजी ट्राफी हमारा मध्यप्रदेश जीता है, लेकिन शिवराज सिंह चौहान ने तो झूठ बोलने में वल्र्ड कप जीत लिया है। जहां जाते हैं झूठ पर झूठ बोलते हैं। एक मीडियाकर्मी ने कमलनाथ से पूछा कि शिवराज ने बीते दिनों कहा था कि कमलनाथ को जब नगर निगम चुनाव में दिलचस्पी नहीं है तो वे छिंदवाड़ा क्यों जा रहे हैं और प्रचार क्यों कर रहे हैं। इस पर कमलनाथ ने कहा कि शिवराज की पेट में क्यों दर्द होता है कि मेरी दिलचस्पी कहा है। मेरी दिलचस्पी शिवराज का खुलासा करने में है और जब भी उनका खुलासा होना चाहिए मैं करता हूं। प्रदेश की जनता को अब खुलासा की भी आवश्यकता नहीं है, वो अब अच्छी तरह उनके झूठ से परिचित हो चुकी है। शिवराज सरकार ने बीस हजार घोषणाएं कर दी। शिवराज तो जहां नदी भी नहीं होती है वहां पूल बनाने की घोषणा कर देते हैं। घोषणाओं की राजनीति करते हैं। आज सब परेशान है। शिवराज रोज सुबह सोचते हैं कि आज कौन सी एक्टिंग करनी है और एक्टिंग की तैयारी कर घर से निकलते हैं। कमलनाथ ने कहा कि मतदाता समझदार हो गए हैं। वे जानते हैं कि केन्द्र में और प्रदेश में भाजपा है तो छिंदवाड़ा में भाजपा नहीं होना चाहिए, वो भी परिवर्तन चाहती है। जब कमलनाथ से पूछा गया कि पार्टी से कई लोग असंतुष्ट हो गए हैं और अलग होकर चुनाव लड़ रहे हैं। इस पर उन्होंने कहा कि सब भरोसे के लोग हैं। भाजपा विरोधी कितने जीतते हैं, ये हमें याद रखना है। कमलनाथ ने कहा कि शिवराज जगह-जगह जनता से कह रहे है कि अगले पांच साल में वे क्या करेंगे। मैं तो कहता हूं कि शिवराज जी आप अपने 18 साल का हिसाब किताब दीजिए। भ्रष्टाचार का हिसाब किताब दीजिए। आपने प्रदेश को बेरोजगारी, महंगाई, किसानों को परेशानी, आत्महत्या दी। आपने घर-घर में दारू दी। शिवराज सोचते हैं कि इनके नाटक-नौटंकी और झूठ से हमारे मध्यप्रदेश एवं छिंदवाड़ा की जनता को वह प्रभावित कर पाएंगे लेकिन मुझे विश्वास है कि झूठ से सबका पेट भर गया है। मुख्यमंत्री केवल बजट काटने की जिम्मेदारी लेते हैं।