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Big carelessness: वाह रे ‘सिस्टम’… खुद के पैसों के लिए मोहताज, बैंक की दहलीज पर तोड़ा दम

locationछिंदवाड़ाPublished: Oct 06, 2019 11:45:33 am

Submitted by:

prabha shankar

Big carelessness: खाते में जमा 22 लाख, इलाज के लिए समय पर नहीं मिले पैसे, बैंक के बाहर बुजुर्ग ने तोड़ा दम

Chhindwara

Chhindwara

छिंदवाड़ा/ परासिया/ एक बुजुर्ग को इलाज के लिए उसके बैंक खाते से राशि नहीं मिलने से अस्पताल में भर्ती नहीं कराया जा सका और उसने बैंक परिसर में दम तोड़ दिया। मृतक 67 वर्षीय मंगलू इवनाती थावरी दामोदर ग्राम पंचायत घोघरी रैयत का निवासी था। पुत्र संतोष, किशोर ने थाना प्रभारी को लिखे शिकायती पत्र में बताया है कि उनके पिता वेकोलि सेवानिवृत्त कर्मचारी थे और उनका एसबीआइ की चांदामेटा शाखा के बचत खाते में लगभग 12 लाख रुपए से अधिक राशि जमा है और 10 लाख की एफ डी है। उनके पिता मंगलू बीमार थे, इलाज के लिए रुपए की आवश्यकता थी।

तीन अक्टूबर को बैंक मैनेजर ने कहा कि अपने पिता का अंगूठा निशानी चिकित्सक से सत्यापित कराकर लाए जिसके बाद पिता को एक निजी चिकित्सक परासिया के पास लाकर मांगे गए दस्तावेज बनवाए गए, लेकिन बैंक से राशि आहरित नहीं की गई।
चार अक्टूबर को बीमारी हालत में पिता को लेकर फिर बैंक गए, लेकिन मैनेजर ने कहा कि शनिवार को सभी भाई बहनों को लेकर आओ। शनिवार को सुबह 11 बजे बुजुर्ग के दो पुत्र, चार बहन और रिश्तेदार बैंक पहुंचे, लेकिन मैनेजर सीट पर नहीं थे और बताया गया कि वह मीटिंग में हैं। मंगलू को वाहन में लिटाकर परिजन मैनेजर का इंतजार करते रहे, दोपहर लगभग एक बजे मंगलू ने दम तोड़ दिया।

मृतक की पुत्री शकुन ने बताया कि पिता के इलाज के लिए पैसे की सख्त आवश्यकता थी उनके नाम पर जमा लाखों रुपए उनके ही इलाज में काम नहीं आए। बैंक अधिकारी एवं कर्मचारियों की लापरवाही के कारण राशि नहीं मिल पाई। पुलिस से की गई शिकायत में कहा गया है कि मामले की उचित जांच कराकर लापरवाह बैंक अधिकारियों-कर्मचारियों के विरुद्ध प्रकरण दर्ज कर कार्रवाई की जाए। सूचना मिलने पर एसडीओपी डॉ. अरविंद ठाकुर, थाना प्रभारी सहित पुलिस बल बैंक पहुंचा और परिजन से चर्चा की।

जांच होनी चाहिए
शुक्रवार को मृतक के परिजन मेरे पास बैंक से भुगतान नहीं होने के संबंध मे आए थे। मंैने शाखा प्रबंधक से मंगलू को इलाज के लिए राशि भुगतान का आग्रह किया था, लेकिन परिजन का कहना है कि बैंक द्वारा भुगतान नहीं किया गया। इसमें पुलिस को जांच करनी चाहिए, यदि बैंक प्रबंधन की लापरवाही से मौत हुई है तो संबंधित के विरुद्ध कार्रवाई की जानी चाहिए।

सोहन वाल्मिक, विधायक परासिया
पूछताछ में लापरवाही जैसी कोई बात सामने नहीं आई है। मृतक बुजुर्ग था और काफी लंबे समय से बीमार था। शव का पोस्टमार्टम कराया गया है।

कोमल परते, थाना प्रभारी चांदामेटा
दो बार परिजन पैसे लेने बैंक आए थे। बुजुर्ग की बेटी ने बैंक में पहले ही आवेदन दिया है कि उसके पिता काफी बीमार है ऐसी स्थिति में उनका बैंक में जमा रुपया किसी को न दिया जाए। बुजुर्ग की हालत को देखते हुए हमने परिजन से कहा था कि सभी लोग बैंक में आकर सहमति दे तो हम रुपया दे सकते है। शनिवार को मैं बाहर था इसलिए इस दिन की घटनाक्रम के बारे में मुझे कोई जानकारी नहीं।
मनोज कुमार चौधरी, शाखा प्रबंधक एसबीआइ, चांदामेटा

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