अभी तक प्रत्येक राज्य में डीएल अलग-अलग होते थे, लेकिन इस नियम के बाद पूरे देश में एक जौसे डीएल होंगे। सभी राज्य में डीएल और आरसी का रंग भी एक जैसा होगा। कुछ समय पहले ही सरकार ने इसे लेकर एक नोटिफिकेशन भी जारी किया था। नोटिफिकेशन के मुताबिक, डीएल और आरसी में जानकारियां एक जैसी और एक ही जगह पर होंगी। नए ड्राइविंग लाइसेंस या आरसी में माइक्रोचिप और क्यूआर कोड होगा, इससे वाहन चालक का पिछला रिकॉर्ड छिपाया नहीं जा सकता। क्यूआर कोड से केंद्रीय डेटा बेस से ड्राइवर और व्हीकल की पहले से सारे रिकॉर्ड एक जगह पढ़े जा सकेंगे। सबसे जरूरी बात यह कि पहले सभी राज्य के अलग-अलग लाइसेंस होने के कारण वहां उनकी वैद्यता को लेकर भ्रम की स्थिति बनी रहती थीं, लेकिन अब पूरे देश में एक जैसे लाइसेंस होने के कारण यह भ्रम की स्थिति नहीं रहेगी।
पांच सौ लाइसेंस बनकर तैयार
अतिरिक्त क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी सुनील कुमार शुक्ला ने बताया कि चिप वाले नए पांच सौ डीएल बनकर तैयार है। इसी तरह नई आरसी बुक भी बन चुकी है जिनका वितरण गुरुवार 27 फरवरी से किया जाना है। जिनके ड्राइविंग लाइसेंस लम्बे समय से रुके हुए थे सबसे पहले उन्हें दिया जाएगा। नए लाइसेंस प्रक्रिया के कारण ही कुछ दिनों से आवेदन करने वालों को समय पर लाइसेंस नहीं मिल पा रहे थे। अब पहले की तरह ही व्यवस्था बहाल हो जाएगी। नए लाइसेंस और आरसी बहुत ही आधुनिक है जिसमें वाहन चालक और वाहन के सम्बंध में पूरी जानकारी मौजूद रहेगी जिसे क्यूआर कोड की जरिए देखा जा सकेगा।