सुप्रीम कोर्ट ने दिए थे निर्देश
सुप्रीम कोर्ट ने पुलिस स्टेशनों में आरोपियों को टॉर्चर करने के आरोपों के लिहाज से अहम फैसला सुनाया था। सभी थाना में सीसीटीवी लगाने के लिए कहा था। इसके अलावा हर उस जांच एजेंसी के ऑफिस में भी सीसीटीवी लगाने के लिए कहा गया था जिसे पूछताछ और गिरफ्तारी का अधिकार है। अब धीरे-धीरे थानों में कैमरे लगाए जा रहे हैं।
सुप्रीम कोर्ट ने पुलिस स्टेशनों में आरोपियों को टॉर्चर करने के आरोपों के लिहाज से अहम फैसला सुनाया था। सभी थाना में सीसीटीवी लगाने के लिए कहा था। इसके अलावा हर उस जांच एजेंसी के ऑफिस में भी सीसीटीवी लगाने के लिए कहा गया था जिसे पूछताछ और गिरफ्तारी का अधिकार है। अब धीरे-धीरे थानों में कैमरे लगाए जा रहे हैं।
पुलिस काम में आएगी पारदर्शिता
थाना में सीसीटीवी लग जाने से होने वाली सब गतिविधियां कैमरे की नजर में रहेगी। अक्सर यह सामने आता है कि पुलिस ने फरियादी की बात नहीं सुनी। पुलिस ने फरियादी को मारपीट करके भगा दिया। वहीं थाना में कैदी ने आत्महत्या कर ली। इस पर भी पुलिस पर आरोप लगते हैं। बताया जाता है कि पुलिस थाने के भीतर किसी भी प्रकार की अनहोनी ना हो, इसको लेकर भी पुलिस सतर्क है। वहीं दूसरी ओर पुलिस के काम में पारदर्शिता लाने में भी यह तीसरी आंख सहायक सिद्ध होगी। अक्सर पुलिस पर थाने के अंदर मारपीट जैसे आरोप लगते रहते हैं। ऐसे में इन कैमरों की मदद से कई गतिविधियों पर रोक लगेगी। थाने में बने बंदी गृहों में बंद होने वाले महिला व पुरुष कैदियों पर भी नजर रहेगी।
थाना में सीसीटीवी लग जाने से होने वाली सब गतिविधियां कैमरे की नजर में रहेगी। अक्सर यह सामने आता है कि पुलिस ने फरियादी की बात नहीं सुनी। पुलिस ने फरियादी को मारपीट करके भगा दिया। वहीं थाना में कैदी ने आत्महत्या कर ली। इस पर भी पुलिस पर आरोप लगते हैं। बताया जाता है कि पुलिस थाने के भीतर किसी भी प्रकार की अनहोनी ना हो, इसको लेकर भी पुलिस सतर्क है। वहीं दूसरी ओर पुलिस के काम में पारदर्शिता लाने में भी यह तीसरी आंख सहायक सिद्ध होगी। अक्सर पुलिस पर थाने के अंदर मारपीट जैसे आरोप लगते रहते हैं। ऐसे में इन कैमरों की मदद से कई गतिविधियों पर रोक लगेगी। थाने में बने बंदी गृहों में बंद होने वाले महिला व पुरुष कैदियों पर भी नजर रहेगी।
इनका कहना है...
जीआरपी थाना में 12 हाइटेक सीसीटीवी लगाए गए हैं। भोपाल, जबलपुर, पुलिस कंट्रोल रूम में एवं जीआरपी थाना से सर्वर जुड़ा हुआ है। इससे एक जगह डाटा डिलीट होने पर भी कोई फर्क नहीं पड़ेगा। चारों जगह रिकॉडिंग रहेगी। थाना में काम और अधिक पारदर्शिता से हो पाएगा।
एके मरावी, थाना प्रभारी, जीआरपी, छिंदवाड़ा
जीआरपी थाना में 12 हाइटेक सीसीटीवी लगाए गए हैं। भोपाल, जबलपुर, पुलिस कंट्रोल रूम में एवं जीआरपी थाना से सर्वर जुड़ा हुआ है। इससे एक जगह डाटा डिलीट होने पर भी कोई फर्क नहीं पड़ेगा। चारों जगह रिकॉडिंग रहेगी। थाना में काम और अधिक पारदर्शिता से हो पाएगा।
एके मरावी, थाना प्रभारी, जीआरपी, छिंदवाड़ा