Big news: शंकराचार्य ने कह दी यह बड़ी बात, बनी रहेगी देश में समस्या, पढ़ें पूरी बखर
छिंदवाड़ाPublished: May 26, 2023 12:44:08 pm
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Big news: शंकराचार्य ने कह दी यह बड़ी बात, बनी रहेगी देश में समस्या, पढ़ें पूरी बखर
छिंदवाड़ा. श्री बड़ी माता मंदिर भूमिपूजन को लेकर छिंदवाड़ा पहुंचे जगत्गुरु शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद महाराज ने गुरुवार को मीडिया से चर्चा की। कहा कि जब तक भारत की संस्कृति को समझने वाला व्यक्ति देश का नेतृत्व नहीं करेगा तब समस्या बनी रहेगी। उन्होंने हिंदू राष्ट्र की अवधारणा पर कहा कि आजकल गोलबंदी वाली राजनीति हो गई है। गोलबंदी का अभिप्राय है ध्रुवीकरण। हमारे सनातन धर्म में सभी व्यक्तियों को एक समान समझा गया है। यदि हिंदू राष्ट्र की बात होगी तो जो व्यक्ति हिंदू नहीं है उसके साथ अन्याय हो जाएगा और यह हमारी मान्यताओं के विपरीत है। इसलिए हमें राम राज्य की बात करनी चाहिए। इसकी विशेषता यह है कि यहां पर सबके साथ न्याय होता है। उन्होंने कहा कि जगतगुरु शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती महाराज का जन्म छिंदवाड़ा जिले के दिघोरी गांव में हुआ था, जो अब सिवनी जिला हो चुका है। उन्होंने कहा कि गुरुजी को छिंदवाड़ा में ही मुक्तानंद महाराज से पहली दीक्षा मिली थी और यही पर उनका नाम स्वामी स्वरूपानंद पड़ा था। गुरुजी ने बाद में दीक्षाएं ली, लेकिन किसी गुरु ने उनका नाम नहीं बदला। इस इतिहास को सुरक्षित रखना चाहिए। इसलिए यह भव्य कीर्ति स्तंभ बनना चाहिए जिसका पूरे विश्व में नाम हो। उन्होंने कथावाचकों का समर्थन करते हुए कहा कि उन्हीं की वजह से हमें थोड़ी बहुत धर्म की शिक्षा मिल पा रही है। कहा कि भारत के संविधान में धारा 30 लिख दी गई। हम इसे हटाने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि बहुसंख्यक अपने विद्यालय में बच्चे को धर्म की शिक्षा नहीं दे सकता है जबकि अल्पसंख्यक दे सकता है। हम अपने विद्यालय में बच्चों को आचमन एवं प्राणायाम करना नहीं सीखा सकते, क्योंकि यह धार्मिक शिक्षा के अंतर्गत आ जाएगा जिसको हमारा संविधान रोकता है। कथावाचकों की वजह से ही हमें थोड़ी बहुत धर्म की शिक्षा मिल रही है। कथा ही आज के दौर में हमारी पाठशाला है।