छिंदवाड़ा

बीएलसी मकान: दूसरी किश्त न आने से नहीं बना आशियाना

नगर निगम ने चार बार नगरीय प्रशासन विभाग को लिखा पत्र,अभी तक नहीं मिला केन्द्र और राज्यांश

छिंदवाड़ाOct 23, 2019 / 11:20 am

manohar soni

परिसीमन: नगर निगम की वार्ड संख्या में इस वजह से असमंजस

छिंदवाड़ा/प्रधानमंत्री आवास योजना के घटक बीएलसी के मकानों की दूसरी किश्त न मिलने से हितग्राही अपना आशियाना नहीं बना पाए हैं। उनके मकान निर्माण अधूरे पड़े हैं। वे हर दिन नगर निगम योजना कार्यालय के चक्कर लगा रहे हैं। उनकी किश्त का भुगतान न होने का कारण निगम अधिकारी-कर्मचारी केन्द्र एवं राज्यांश न मिलना बता रहे हैं। इसके लिए चार बार नगरीय प्रशासन विभाग को पत्र भेजा जा चुका है।
निगम योजना कार्यालय में सुबह से शाम तक कोई न कोई बीएलसी हितग्राही आवास किश्त की शिकायत लेकर मिल जाएगा। मुख्य निगम ऑफिस में भी अब कतार लगने लगी है। इन शिकायतकर्ताओं की सुनें तो उन्हें 2.50 लाख रुपए में से 40 हजार रुपए की पहली किश्त मिली थी। उसके बाद उन्होंने नींव भरवाकर मकान शुरू किया। उसके बाद दूसरी किश्त का अता-पता नहीं हैं। इसके लिए हर दिन योजना कार्यालय में पूछताछ कर रहे हैं। वहां से कोई रिस्पांस नहीं मिल पाया है।

1667 मकानों के लिए नहीं आया बजट
निगम की जानकारी के मुताबिक प्रधानमंत्री आवास योजना के बीएलसी घटक में इस वर्ष 1667 मकानों की स्वीकृति दी गई थी। जुलाई-अगस्त 19 में इस योजना का पहला बजट राज्य सरकार से मिला तो हर हितग्राही को 40-40 हजार रुपए प्रथम किश्त के रूप में दिए गए। उसके बाद राज्य से 60 हजार रुपए प्रत्येक हितग्राही का अंशदान नहीं मिल पाया। इस योजना में 60 फीसदी अंश केन्द्र सरकार का है। जिसमें प्रत्येक हितग्राही के 1.50 लाख रुपए मिलने है। इन दोनों का बजट न मिलने से हितग्राहियों को शेष किश्त का भुगतान नहीं किया गया है।
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संचालनालय को भेजा चार बार पत्र
बीएलसी मकानों की किश्त के लिए नगर निगम द्वारा नगरीय प्रशासन संचालनालय भोपाल को चार बार पत्र भेजा चुका हैं। अगस्त से लगातार बजट मांगे जाने पर अभी तक इसका रिस्पांस नहीं मिल पाया है। निगम द्वारा केन्द्र और राज्यांश का करीब 35 करोड़ रुपए शासन से मांगा गया है। इस राशि के मिलने पर ही ये बीएलसी आवास पूरे हो सकते हैं।

जनसुनवाई में पहुंचा हितग्राही,टेगिंग के बाद नहीं मिली राशि
नगर निगम की जनसुनवाई में प्रधानमंत्री आवास का निर्माण कर रहे परतला निवासी सुधाकर ठाकरे ने पहुंचकर शिकायत की। ठाकरे का कहना पड़ा कि पहली किश्त 40 हजार रुपए दिए जाने के बाद प्लिंथ तक निर्माण कराया। इसके बाद राशि नहीं मिल रही है। जबकि निर्माण की जियो टेंगिग भी हो गई है। दूसरी किश्त मिलने पर बंद पड़े काम को शुरू किया जाएगा।
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इनका कहना है..
बीएलसी मकानों की दूसरी किश्त के लिए नगरीय प्रशासन विभाग को पत्र लिखा गया है। जल्द ही बजट मिलने की आशा है। इसके बाद हितग्राहियों को राशि देकर निर्माण पूरा कराया जाएगा।
-इच्छित गढ़पाले,आयुक्त नगर निगम।

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