बताया जाता है कि संशोधित सूची में शामिल 50 जांचों में से 33 प्रकार की जांच शासकीय संस्था में ही करना अनिवार्य है, जबकि शेष 17 प्रकार की चिन्हित जांचों को ही आउटसोर्स से कराया जा सकेगा। इसके लिए डायग्नोसिंस सर्विस की गाइडलाइन का पालन करना होगा। उक्त पचास जांचों के अलावा 30 प्रकार की अन्य जांचे जो आयुष्मान भारत योजना अंतर्गत पैकेज में सम्मिलित है, उन्हें केवल आयुष्मान भारत योजना के हितग्राहियों को ही आउटसोर्स के माध्यम से उपलब्ध कराया जाना है।
संयुक्त संचालक (अ.प्रशा.) डॉ. उपेंद्र दुबे के निर्देशानुसार उक्त व्यवस्था जिला अस्पताल एवं 100 बिस्तरों वाले हॉस्पिटलों में लागू रहेगी, जबकि इससे कम बिस्तरों वाले सिविल अस्पतालों में 32, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में 28, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में 16, उप स्वास्थ्य केंद्र में पांच प्रकार की जांच पूर्व की तरह यथावत रहेगी।
नवीन संशोधित सूची में शामिल जांच – क्लीनिकल पैथालॉजी में शामिल एचबी, सीबीसी/सीबीपी, इएसआर, प्लेटलेट काउंट, पीसीवी, बीटीसीटी, मलेरिया एंटीजन, पीबीएफ मलेरिया, जी-6 पीडी डेफिसेंसी, ब्लड ग्रुप-आरएच टाइप, पीटी, एपीटीटी, रेटिकुलोसाइट काउंट, सिकलिंग टेस्ट/सोलुबिलिटी टेस्ट, पीएस कॉमेंट/एनीमिया टाइप, यूरिन एल्यूमिन/शुगर, यूरिन प्रेग्नेंसी टेस्ट, यूरिन माइक्रोस्कोपी, यूरिन स्पेशल टेस्ट (यूरिन एसीटोन/केंटोव तथा यूरिन बिलेसल्ट, बिलपीगमेंट), स्टूल आरएम, सीमन एनालिसेस, स्पूटम एएफबी है।
बॉयोकैमिस्ट्री जांच में ब्लड शुगर (सभी प्रकार), रिनल फंक्शन टेस्ट (सभी प्रकार), लीवर फंक्शन टेस्ट (सभी प्रकार), लिपिड प्रोफाइल (सभी प्रकार), सीपीके-एमबी, ट्रोपिनिन-1, एचबीएआइसी, सीरम इलेक्ट्रोलेट (सभी), सीरम कैल्सियम शामिल है। सीरोलॉजी जांच में टायफाइड, वीडाल कार्ड, वीडीआरएम, आरपीआर, पीओसी, एचआइवी-एजी, एचसीवी, एचबीएस-एजी, आरए फैक्टर, सीआरपी, एएसओ, डेंगू टेस्ट, चिकनगुनिया, सीएसफ एनालॉसिस, प्लेउराल/एसिटिक/सिनोविल फ्लूइड एनालॉइसेस, स्कीन समीर फॉर एएफपी/लेप्रोसी शामिल है।
माइक्रोबाइलॉजी जांच में ब्लड कल्चर सेंसीविटी, यूरिन कल्चर सेंसीविटी, पस कल्चर-सेंसीविटी, सीएसएफ कल्चर-सेंसीविटी, थायराइड स्वेब कल्चर शामिल है तथा अन्य जांचों में थायराइड प्रोफाइल, हार्मोनोल, पीएपी, टॉर्च तथा सीबीनॉट शामिल है।