बोर्ड परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं तो पढि़ए यह खबर, मिलेगी पॉजीटिव ऊर्जा
छिंदवाड़ाPublished: Feb 14, 2019 11:59:41 am
विद्यार्थियों के लिए ‘तनाव प्रबंधन’ पर कार्यशाला आयोजित की गई।
बोर्ड परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं तो पढि़ए यह खबर, मिलेगी पॉजीटिव ऊर्जा
छिंदवाड़ा. शासकीय उत्कृष्ट स्कूल चौरई में बोर्ड परीक्षा की तैयारी कर रहे विद्यार्थियों के लिए ‘तनाव प्रबंधन’ पर कार्यशाला आयोजित की गई। इस अवसर पर चांद कॉलेज के मोटिवेटर प्राध्यापक डॉ. अमर सिंह ने विद्यार्थियों को परीक्षा उपयोगी टिप्स दिए। कहा कि तनाव हमारी शक्तियों का लक्ष्य पर फोकस न करने की प्रतिक्रिया होती है। छात्र अपनी परीक्षा की तैयारी की जुनून की आग में तनाव को दफनाएं। तनाव एक मानसिक घेराबंदी है जो हमारे शरीर की रचनाशीलता की शक्ति को क्षीण कर देता है। हम अपने मस्तिष्क में जैसा विचार डालेंगे, वैसी स्थिति में स्वयं को धकेल लेते हैं। तनाव हमारे तर्क मार देता है। तनाव से समस्या का समाधान नहीं निकलता, बल्कि दिमाग में समाधान खोजने से तनाव फुर्र से उड़ जाता है। अगर हम सफल होने की तगड़ी योजना नहीं बना पाते हैं तो असफल होने की योजना ही बनाते हैं। परीक्षा रूपी पहाड़ को टुकड़ों में काटने से ही सफलता मिलेगी। एक साथ पूरे पहाड़ को नहीं काटा जा सकता है। जीवन में हमेशा रुचि के अनुसार विकल्प होने चाहिए, सबको अपने मन की मंजिल नहीं मिल पाती है। किसी भी कठिन विषय के आधारभूत सिद्धांतों को जानकर ही उस पर आगे काम किया जा सकता है। मां-बाप, समाज व अन्य किसी को छात्रों को भावनात्मक संबल प्रदान करना चाहिए, न कि रोज यह याद दिलाना की अगर फेल हो गए तो कहीं के नहीं बचोगे। हर रोज सूरज की नई किरण नया सवेरा लेकर आती है, और साथ में जीवन की नई उम्मीदें। एक परीक्षा में फेल होने का यह अर्थ कभी नहीं होता कि पूरी जिंदगी जीने का कोई कारण नहीं बचा। विषय विशेषज्ञ ने विद्यार्थियों से कहा कि दिमाग में नकारात्मकता के बीज बोओगे, तो असफलता की फसल ही काटोगे। जब सैकड़ों सुख हमारे लिए स्थाई आनंद का कारण नहीं बन पाते तो एक असफलता हमें क्यों कहीं का नहीं छोड़ती है। आत्मबल, चारित्रिक दृढ़ता व अंदर की प्रबल चाह के आगे तनाव दूर भागता है। जब खुद को आसमान पर जाना होता है तो सीढिय़ां खुद ही बनानी पड़ती हैं। छात्र कर्मयोगी बनकर अपनी किस्मत को मनचाहा मोड़ दें। जब छात्र आत्मचिंतन से हौसला, पराक्रम व साहस अपने अंतस्थल में पैदा करेंगे तो मंजिल खुद ब ख़ुद आकर चरण चूमेगी। संस्था के प्राचार्य मो. सलीम खान व कॅरियर मार्गदर्शन प्रभारी नवीन शर्मा ने भी छात्रों को सम्बोधित किया।