पौने तीन फीसद परिणाम वाले भी सुरक्षित
जिले में ऐसे भी सरकारी स्कूल हैं, जिनका परीक्षा परिणाम पौने तीन फीसद ही रहा। समीक्षा बैठक में इनके परिणामों पर चर्चा तो हुई, लेकिन जिम्मेदारों को साफ बरी कर दिया गया। पौने तीन फीसद परीक्षा परिणाम देने वाले परासिया के शासकीय नवीन उमावि ईडीसी के तर्कों से भी शिक्षा विभाग संतुष्ट हो गया।
छिंदवाड़ा के 17 स्कूल 40 फीसद से कम
– विकासखंड छिंदवाड़ा: पिंडरईकलां, सागरपेशा, सोनाखार, खजरी, सुकलूढाना, नोनिया करबल, रोहनाखुर्द, चंदनगांव, जवाहर स्कूल, कैलाशनगर, ईसरा, जवाहर बालक छिंदवाड़ा, जम्होड़ीपंडा, कन्या बरारीपुरा, कन्या चंदनगांव, जनसेवक, घाट परासिया।
– विकासखंड मोहखेड़: प्रधानडोंगरी, सांवरी बाजार, शिकारपुर, लावाघोघरी, सिल्लेवानी, बाकुल, मुजावरमाल, लिंगा, खैरवाड़ा, जमुनिया माल, चिखलीकला, पौनार
– विकासखंड चौरई: कन्या उमावि चौरई, मोरखा, मडकाहांडी, समसवाड़ा, आमाझिरी, झिलमिली, सिरेगांव, माचागोरा, बाकानागपुर,कलकोटी, नवीन उमावि।
– विकासखंड परासिया: नवीन ईडीसी, चांदामेटा, दीघावानी, बडक़ुही, कन्या स्कूल परासिया, अम्बाड़ा, दबक, पेंचवैली, बेलगांव, खिरसाडोह बस्ती, चिखली, रावनवाड़ा, कोठार, बाघ बर्घिया।
– विकासखंड सौंसर: मर्राम, आमला, बिछुआ बग्गू, रझाड़ीपिपला, कन्या उमावि सौंसर, शासकीय प्रभा उमा, रामाकोना, बोरगांव।
– विकासखंड हर्रई: चिलक।
– विकासखंड तामिया: शा उमावि तामिया।
– विकासखंड बिछुआ: शाउमा विद्यालय बिछुआ
इनका कहना है
समीक्षा की जानकारी वरिष्ठ कार्यालय तक पहुंचा दी गई थी। जिला प्रशासन एवं शिक्षा विभाग के वरिष्ठ कार्यालयों ने शोकॉज नोटिस देने के लिए कोई निर्देश अब तक जारी नहीं किए गए हैं। इसलिए कमजोर परीक्षा परिणाम वाले स्कूलों पर कोई कार्रवाई नहीं की गई और न ही ऐसी कोई तैयारी की जा रही है।
अरविंद चौरगड़े, जिला शिक्षा अधिकारी छिंदवाड़ा