नए शिक्षण सत्र में सरकारी स्कूलों के विद्यार्थियों को बांटने पुस्तकें तो प्राप्त हो गई है लेकिन इन्हें वितरण का इंतजार है। 73 हजार किताबों की डिमांड पर अब तक 64 हजार पुस्तकें प्राप्त हो चुकी है।
छिंदवाड़ा•Jul 28, 2021 / 06:43 pm•
Sanjay Kumar Dandale
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छिंदवाड़ा/पांढुर्ना. नए शिक्षण सत्र में सरकारी स्कूलों के विद्यार्थियों को बांटने पुस्तकें तो प्राप्त हो गई है लेकिन इन्हें वितरण का इंतजार है। 73 हजार किताबों की डिमांड पर अब तक 64 हजार पुस्तकें प्राप्त हो चुकी है। इन किताबों को शासकीय लाल बहादुर माध्यमिक शाला के तीन कमरों में रखा गया है। बताया जा रहा है कि विद्यार्थियों को बांटने लिए आदेश जारी नहीं हो सके है।
गौरतलब है कि नए शिक्षण सत्र शुरू हुए महीना बीत चुका है। लेकिन विद्यार्थियों को अब तक पुस्तकों का वितरण नहीं होने से पढ़ाई कैसे होगी यह बात समझा जा सकता है। विकासखंड में 196 प्राथमिक व 92 माध्यमिक शालाएं है। कोरोना काल के चलते प्रायमरी और माध्यमिक शालाएं शुरू करने के आदेश भी जारी नहीं हुए है। इससे विद्यार्थियों के भविष्य पर भी असर पड़ता नजर आ रहा है। हर साल पुस्तकें प्राप्त होते ही जनशिक्षकों के माध्यम से जनशिक्षा केंद्र पर पुस्तकें भेजकर बांटी जाती है। इस साल क्यों देरी हो रही इसका जवाब किसी के पास नहीं है।
रूट चार्ट बनाकर शालाओं को वितरण
बीआरसी लहू सरोदे का कहना है कि रूट चार्ट बनाकर पुस्तक एप के माध्यम से पुस्तकों का वितरण शाला तक पहुंचाकर किया जाना है। सोमवार से इस प्रक्रिया की शुरुआत की गई है। सोमवार को 18 और मंगलवार को 21 शालाओं तक पुस्तकें पहुंचाई जा चुकी है।
पुस्तक एप से नहीं हो पा रही एंट्री
इस मामले में पुस्तक एप से शालाओं की रिसिविंग नहीं हो पा रही है। एप काम नहीं कर रहा है। पहले शाला के प्राचार्य स्वयं ही अपने खर्च पर पुस्तकों को लेकर जाते थे और वितरण करते थे। लेकिन इस एप को लाने के पीछे क्या उद्देश्य है यह पालकगण में चर्चा का विषय बना हुआ है। एक ओर सरकार कहती है कि बजट नहीं है दूसरी ओर इस तरह के एप के माध्यम से कार्य लेकर र्मचारियों को परेशान किया जा रहा हैं।