टेमनीकलां और गुजरखेड़ी में ग्रामीणों ने नहीं किया मतदान
ग्राम पंचायत गुजरखेड़ी और टेमनीकलां में ग्रामीणों ने पंचायत चुनाव के मतदान का बहिष्कार किया। वोट डालने के लिए प्रशासन कर्मचारियों पर दबाव बनाता नजर आया। ग्राम पंचायत गुजरखेड़ी पहुंचे तहसीलदार रत्नेश ठवरे ने यहां पदस्थ आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, आशा कार्यकर्ता और कोटवार को वोट डालने के लिए कहा, लेकिन मतदान केंद्र के बाहर डटे ग्रामीणों ने विरोध किया। तीन बजे के पहले इस पंचायत के ग्राम अंबाड़ाखुर्द के बूथ पर चार वोट डाले गए।
इसी तरह पुलिया नहीं बनने से नाराज टेमनीकलां के ग्रामीणों ने भी चुनाव का बहिष्कार किया। यहां पर भी प्रशासन के दबाव के चलते बूथ क्र. 67 पर 7 और 68 पर 3 वोट डाले गए। रिटर्निंग अधिकारी वीर बहादुर सिंह धुर्वे ने बताया कि वोटिंग के प्रयाास किए गए। गुजरखेड़ी में मतदान नहीं हो सका। टेमनीकलां में वोट डाले गए।
रोहना में वोट डालने नहीं निकले ग्रामीणजन
रामाकोना क्षेत्र की ग्राम पंचायत रोहना में ग्रामीणों ने शुक्रवार को हुए पंचायत मतदान का अघोषित बहिष्कार किया। कोई भी मतदाता नहीं पहुंचा। अधिकारियों के दबाव में सिर्फ एक कोटवार, दो आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और एक रोजगार सहायक ने मतदान दिया। ग्रामीणों का कहना है कि विगत कई वर्षों से एक ही परिवार से सरपंच पद का उम्मीदवार खड़ा हो रहा है, जबकि पंचायत में उनके मात्र 4 घर हैं। यहां 97 प्रतिशत पिछड़ा वर्ग एवं तीन फीसदी अन्य वर्ग के लोग निवासरत हैं। बता दें कि पूर्व में पंचायत चुनाव प्रक्रिया के दौरान ग्रामीणों ने विरोध किया था और प्रशासन से इस व्यवस्था को बदलने की मांग की थी। इसे लेकर ग्रामीणों ने एकजुट होकर मतदान नहीं किया।