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Bribery: रिश्वत लेने के बाद ये चार लोकायुक्त को देते रहे चकमा, आखिर हुआ ये अंजाम

locationछिंदवाड़ाPublished: Oct 01, 2019 01:26:24 am

Submitted by:

prabha shankar

Bribery: जबलपुर लोकायुक्त की कार्रवाई: शिकायत पर पहुंची थी टीम, कार में मिले एक लाख रुपए

Chhindwara

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छिंदवाड़ा/ जबलपुर लोकायुक्त की टीम ने सोमवार को एक कार से रिश्वत के एक लाख रुपए बरामद किए। कार्रवाई के दौरान आरोपी पुलिसकर्मी मौके से फरार होने में भले ही सफल हो गए, लेकिन पहचान हो जाने पर देर शाम एसपी ने तीन पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया। इनमें प्रशिक्षु अनीता सराटे, एएसआइ शेख असगर अली और आरक्षक परवेज आजमी का नाम शामिल है।
लोकायुक्त डीएसपी जेपी वर्मा ने बताया कि न्यूटन चिखली निवासी गुलबादशाह अंसारी ने 27 सितम्बर को एक आवेदन लोकायुक्त जबलपुर को दिया था। शिकायत में उन्होंने जिक्र किया था कि छिंदवाड़ा कोतवाली में पदस्थ आरक्षक परवेज आजमी ने कहा है कि गुलबादशाह नाम का हथियार बेचने वाला एक व्यक्ति पकड़ा गया है। उसकी जगह हम तुम्हे आरोपी बना देंगे। यदि कार्रवाई से बचना चाहते हो तो, दो कट्टे, एक आदमी और तीन लाख रुपए दे दो। गुलबादशाह के आवेदन पर जांच की गई तो मामला सही पाया गया। बातचीत के दौरान एक लाख बीस हजार रुपए देना तय हुआ। सोमवार को जब गुलबादशाह लोकायुक्त के दिए हुए एक लाख रुपए लेकर न्यूटन में मेन रोड पर खड़ी बिना नम्बर की कार के पास पहुंचा तो उसे अंदर मौजूद पुलिसकर्मी ने कार के अंदर खींच लिया और गेट बंद कर गाड़ी बढ़ा दी। उसके सिर पर पिस्टल अड़ा दी।


लोकायुक्त ने किया पीछा
लोकायुक्त की टीम न्यूटन से ही लगातार उनका पीछा कर रही थी। पुलिसकर्मियों को इसका आभास पहले ही हो चुका था। पुलिसकर्मी न्यूटन से भागने के बाद पहले तो छिंदवाड़ा पुलिस लाइन पहुंचे और लोकायुक्त टीम को चकमा देने का प्रयास किया। यहां से पुलिसकर्मी कोतवाली परिसर से होकर नागपुर रोड की तरफ भागे। लोकायुक्त की दो गाडि़यां उनके पीछे चल रहीं थीं। उमरानाला चौकी परिसर में कार में ही गुलबादशाह को छोडक़र सभी पुलिसकर्मी फरार हो गए। मौके पर पहुंची लोकायुक्त टीम ने गाड़ी की तलाशी ली तो उसमें चालक की सीट के पीछे मैटिंग के नीचे से वही रुपए बरामद हुए जो लोकायुक्त ने भेजे थे। डीएसपी वर्मा का कहना है कि उन्हे गाड़ी में चालक देवेंद्र भी मिला जिसे हिरासत में लिया है।

लोकायुक्त की भनक पर भागे
रिश्वत के एक लाख रुपए लेते समय आरोपी पुलिसकर्मियों को लोकायुक्त की भनक लगी जिसके चलते उन्होंने रिश्वत लेने वाले को ही गाड़ी में कैद कर लिया। पूरे रास्ते में कई जगह टीम को चकमा देने का प्रयास भी किया गया। डीएसपी वर्मा ने बताया कि पुलिस लाइन के अंदर उन्हें घेरने का भी प्रयास किया गया। लोकायुक्त ने आरोपी पुलिसकर्मियों का पीछा नहीं छोड़ा जिसके चलते उमरानाला चौकी में गाड़ी खड़ी कर सभी भाग गए। इधर मामले में चौथा आरोपी होमगार्ड सैनिक जीवन है। एसपी मनोज कुमार राय ने बताया कि सैनिक जीवन को पद से पृथक करने के लिए होमगार्ड सेनानी को पत्र लिखा गया है।

मिली दो नम्बर प्लेट
लोकायुक्त की टीम ने जिस कार से रिश्वत के रुपए बरामद किए हैं उसमें अंदर दो नम्बर प्लेट थी, जबकि कार के दोनों हिस्सों पर नम्बर प्लेट नहीं लगी थी। चर्चा है कि उमरानाला चौकी परिसर के अंदर से आरक्षक परवेज आजमी महिला पुलिसकर्मी की पिस्टल लेकर भागा है। प्रार्थी के सिर पर जो पिस्टल अड़ाई गई थी वह किसकी है इसका भी अभी तक लोकायुक्त ने खुलासा नहीं किया है। इधर गुलबादशाह अंसारी ने बताया कि कार के अंदर पांच लोग सवार थे। लोकायुक्त ने मामला दर्ज कर जांच और छानबीन शुरू कर दी है।

तीन पुलिसकर्मी निलम्बित
मामले में पीएसआइ अनीता सराटे, एएसआइ असगर अली और आरक्षक परवेज आजमी को निलम्बित कर दिया गया है।
मनोज कुमार राय, एसपी, छिंदवाड़ा

परासिया जाने की दी थी सूचना
प्राथमिक तौर पर मुझे जो जानकारी है उसमें आरोपियों द्वारा परासिया जाने की सूचना कोतवाली थाना में दी गई थी।
विनोद सिंह कुशवाहा, कोतवाली, टीआइ

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