छिंदवाड़ाPublished: Oct 16, 2019 11:41:18 pm
arun garhewal
नगर के बुद्ध विहार में त्रिशरण पंचशील के साथ में धम्मचक्र प्रवर्तन महोत्सव का शुभारंभ किया गया।
बौद्ध समाज ने नगर में निकाली रैली
छिंदवाड़ा. सौंसर. नगर में डॉ बाबा अंबेडकर अनुयायियों द्वारा धम्मचक्र प्रवर्तन दिवस मनाते हुए नगर में रैली निकालकर बुद्धम शरणम गच्छामि का जयघोष किया। नगर के बुद्ध विहार में त्रिशरण पंचशील के साथ में धम्मचक्र प्रवर्तन महोत्सव का शुभारंभ किया गया। इस दौरान नगर में रैली निकालकर भगवान बुद्ध और डॉ. अम्बेडकर की जय जयकार की। डॉ अम्बेडकर चौक में महिला मंडल के सदस्यों के द्वारा माल्यार्पण और पूजा अर्चना की गई। भारतीय बौध्द महासभा के प्रदेश उपाध्यक्ष बीएल बागड़े, मुरलीधर कामले, भारतीय बौद्ध महासभा अध्यक्ष मुकेश बागड़े ने कहा कि 14 अक्टूबर 1956 को नागपुर की दीक्षाभूमि पर डॉ. अम्बेडकर ने 5 लाख लोगों के साथ में बौद्ध धर्म की दीक्षा ग्रहण की थी, तब से इस दिन को संपूर्ण देश में धम्मचक्र प्रवर्तन दिन के रूप में धूमधाम के साथ मनाया जाता है। इसी दीक्षाभूमि से संविधान निर्माता डॉ. बाबासाहेब अंबेडकर के द्वारा समूचे भारत को बुद्धमय बनाने और 22 प्रतिज्ञाएं भी दी थी। वर्तमान में मानव कल्याण और भारत को विश्व गुरु बनने के लिए बुद्ध डॉ. बाबासाहेब के विचारों की अत्यंत आवश्यकता है। इस दौरान एसएम ठवरे, पार्षद संजय हनवते, हिरामन सोमकुंवर, दिलीप बागड़े, जीवी दुफारे, रेवाराम बागड़े, राजेंद्र गजभिये, सुरेद्र दुफारे, रेणुका ठवरे, चंदाबाई सहारे, करुणाबाई ठवरे आदि उपस्थित रहे ।
प्रवर्तन दिन के उपलक्ष्य में भगवान बुद्ध और डॉ बाबासाहेब अंबेडकरजी के द्वारा बताए गए मार्गों और पद चिन्हों का सभी ने अनुकरण करने का संकल्प लेना चाहिए। इस दौरान एसएम ठवरे, पार्षद संजय हंनवते, हिरामन सोमकुंवर, दिलीप बागड़े, जीण्वी दुफारे, रेवाराम बागड़े, राजेंद्र गजभिये, सुरेद्र दुफारे, रेणुका ठवरे, चंदाबाई सहारे, करुणाबाई ठवरे आदि थे।