मध्य भारत के इस महानगर से मुंबई के लिए 2021 में दौड़ेगी बुलेट ट्रेन
छिंदवाड़ाPublished: Jul 19, 2017 11:48:00 am
केन्द्र सरकार देश में बुलेट ट्रेन दौड़ाने की योजना पर तेजी से काम कर रही है।
छिंदवाड़ा/नागपुर. केन्द्र की मोदी सरकार देश में बुलेट ट्रेन दौड़ाने की योजना पर तेजी से काम कर रही है। जानकारी के अनुसार नागपुर-मुंबई रूट पर भी बुलेट ट्रेन चलाने की कवायद चल रही है। इसकी फिसिबिलिटी स्टडी रिपोर्ट अक्टूबर माह में रेल मंत्रालय को सौंपी जाएगी। ऑरेंजसिटी से मायानगरी तक बुलेट ट्रेन वर्ष 2021-2022 में चलाने का लक्ष्य है।
कई बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट्स की फिजिबिलिटी स्टडी करने वाले नेशनल हाई स्पीड रेल कार्पोरेशन (एचएसआरसी) यह रिपोर्ट सौंपेगी। जानकारी के अनुसार मुंबई-अहमदाबाद बुलेट ट्रेन शुरू होने के बाद इस रूट पर काम शुरू किया जाएगा। कुल मिलाकर नागपुर से मुंबई तक बुलेट ट्रेन चलाने की कागजी कार्यवाही शुरू हो चुकी है।
बिजनेस सेंटर बन रहा नागपुर
उल्लेखनीय है कि मध्य भारत का नागपुर शहर पहले ही प्रमुख व्यावसायिक शहरों में अपनी पहचान बना चुका है। मुंबई को यदि देश की आर्थिक राजधानी कहा जाता है तो नागपुर भी मध्य भारत के बिजनेस सेंटर के रूप में विकसित हो रहा है। मिहान में जिस तरह बड़ी कम्पनियों ने काम की शुरुआत की है उससे आने वाले दिनों में इस शहर की बिजनेस रेटिंग बढऩा तय है। ऐसे में सरकार अभी से नागपुर में बेहतर परिवहन के लिए कमर कस रही है। नागपुर-मुंबई बुलेट ट्रेन के लिए फिजिबिलिटी रिपोर्ट तैयार करने के आदेश और समय सीमा इस बात की ओर इशारा कर रही है।
यहां बनेंगे स्टेशन
प्राप्त जानकारी के अनुसार नागपुर और मुंबई के बीच दौडऩे वाली बुलेट ट्रेन के लिए 3 स्टेशन बनाए जाएंगे। इनमें अकोला, औरंगाबाद और नासिक शहर शामिल रहेंगे। हालांकि इन स्टेशनों में भौगोलिक और वर्तमान के ट्रेन रूट के आधार पर औरंगाबाद स्टेशन अलग नजर आता है, लेकिन राज्य की 5 स्टार एमआईडीसी और भारी-भरकम आर्थिक मजबूती रखने वाले इस शहर को जोडऩा रेल मंत्रालय के लिए फायदे का सौदा ही साबित होगा। दूसरी ओर अकोला और नासिक भी व्यापार और पर्यटन की दृष्टि से महत्वपूर्ण शहर है।
सुझाव के बाद सौंपी जाएगी रिपोर्ट
ज्ञात हो कि हाल ही में एचएसआरसी की ओर से दिल्ली-कोलकाता हाईस्पीड कॉरिडोर के तहत बुलेट ट्रेन के लिए रेल मंत्रालय को फिजिबिलिटी रिपोर्ट पेश की गई है, जिसके बाद देश के अन्य व्यस्त और व्यावसायिक रूटों पर भी बुलेट ट्रेन की हलचल तेज कर दी गई। यह कॉरिडोर 1474 किलोमीटर लंबा होगा, जिसमें 11 स्टेशन होंगे। बुलेट ट्रेन यह दूरी मात्र 5.54 घंटे में पूरी करेगी, इसके अलावा दिल्ली-मुंबई, मुंबई-चेन्नई और दिल्ली-अमृतसर बुलेट ट्रेन कॉरिडोर पर रिपोर्ट पेश की जाएगी। उल्लेखनीय है कि इनमें से दिल्ली-कोलकाता कॉरिडोर के लिए एचएसआरसी ने फाइनल ड्राफ्ट रिपोर्ट सौंप दी है। मंत्रालय के सुझावों के बाद अक्टूबर तक एचएसआरसी फाइनल रिपोर्ट सौंपेगा। इसी के साथ नागपुर-मुंबई बुलेट ट्रेन की रिपोर्ट पेश की जाएगी।