scriptमुख्यमंत्री ने शहर को दी एक और सौगात | Cabinet approval for Central prison in Chhindwara | Patrika News

मुख्यमंत्री ने शहर को दी एक और सौगात

locationछिंदवाड़ाPublished: Jun 12, 2019 11:24:27 am

Submitted by:

prabha shankar

छिंदवाड़ा में केंद्रीय जेल को मंत्रीमंडल की मंजूरी, पत्रिका की खबर पर लगी मुहर

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Cabinet approval for Central prison in Chhindwara

छिंदवाड़ा. मुख्यमंत्री कमलनाथ की अध्यक्षता में मंत्रीमंडल की मंगलवार को मंत्रालय में बैठक हुई। मंत्रीमंडल ने छिंदवाड़ा में आजीवन कारावासी बंदियों की सुरक्षित अभिरक्षा के लिए 1000 बंदी क्षमता की केंद्रीय जेल एवं विचाराधीन बंदियों के लिए 700 बंदी क्षमता की जिला जेल (नवीन जेल) निर्मित करने और नवीन जेल कॉम्प्लैक्स बनने के बाद पुरानी जेल की भूमि राजस्व विभाग को सौंपने का निर्णय लिया।
ऐसा होगा स्वरूप
मौजूदा जिला जेल में 472 बंदियों को रखने की क्षमता है। जबकि वर्तमान में यहां क्षमता से कहीं ज्यादा बंदी हैं। नए जेल कॉम्प्लैक्स के एक हिस्से में 700 विचाराधीन बंदियों के लिए जिला जेल बनाई जाएगी। दूसरे हिस्से में एक हजार क्षमता वाली सेंट्रल जेल का निर्माण किया जाएगा जिसमें होशंगाबाद, बैतूल, हरदा, नरसिंहपुर, सिवनी एवं बालाघाट जिले के आजीवन कारावास वाले बंदियों को रखा जाएगा। पूरी जेल सीसीटीवी की नजर में होगी। आस-पास के जिलों की बात करें तो नरसिंहपुर और होशंगाबाद में सेंट्रल जेल पहले से संचालित हंै, लेकिन वहां भी क्षमता से अधिक बंदी हैं जिसके कारण छिंदवाड़ा में सेंट्रल जेल निर्माण की आवश्यकता महसूस की गई।

खुली जेल में कई सुविधाएं…
जेल कॉम्प्लैक्स के भीतर ही ओपन जेल का निर्माण भी किया जाएगा। सुनाई गई सजा की आधी अवधि बिताने और जिनके आचरण में सुधार होगा उन्हें ओपन जेल में रखा जाएगा। ऐसे बंदियों को परिवार के साथ रहकर व्यवसाय करने का मौका भी मिलता है। इसके लिए जिले प्रबंधन के मापदंड तय हैं। कुछ सेंट्रल जेल में वन बीएचके का क्वार्टर भी दिया जाता है। जेल कॉम्प्लैक्स के भीतर खेती किसानी, सिलाई-बुनाई, चादर बनाना जैसे कई कुटीर उद्योग संचालित होंगे जिसके लिए शासन से प्रशिक्षक भी नियुक्त किए जाएंगे। ओपन जेल की क्षमता पचास बंदियों की होगी।

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