छिंदवाड़ाPublished: Jan 29, 2018 12:51:34 am
sanjay daldale
पेयजल समस्या के निदान के लिए प्रस्तावित कामठीकलां जलाशय को शासन ने वित्तीय स्वीकृति दे दी है।
water problem
पांढुर्ना. नगर की पेयजल समस्या के निदान के लिए प्रस्तावित कामठीकलां जलाशय को शासन ने वित्तीय स्वीकृति दे दी है। शासन ने ठेकेदार द्वारा लिए गए टेंडर की राशि 15 करोड़ 21 लाख रुपए की वित्तीय स्वीकृति प्रदान की है।
नपाध्यक्ष प्रवीण पालीवाल ने बताया कि शासन जल्द ही यह राशि नगर पालिका को जारी कर देगी। इस मामले में नगर पालिका अधिकारी राजकुमार इवनाती ने बताया कि नपा की ओर से निर्माण एजेंसी चंद्रनिर्माण प्राइवेट लिमिटेड को पत्र जारी किया गया है। जिसमें उसे वर्क एग्रीमेंट करने के लिए कहा गया है। जिसके बाद वर्क ऑर्डर जारी किया जा सकेगा।
इधर नगर पालिका ने प्राइवेट कंसल्टेंट के माध्यम से डूब क्षेत्र में आने वाली भूमि का सर्वे प्रारंभ कर दिया है। उपयंत्री अरुण कोल्हे ने बताया कि प्राइवेट कंसल्टेंट के माध्यम से सर्वे शुरू है। जिसे कलेक्टर को सौंपा जाएगा। इस जांच रिपोर्ट पर कलेक्टर भू-अर्जन अधिकारी नियुक्त कर मुआवजा वितरण का कार्य करेंगे।
गौरतलब है कि पिछले दस वर्षों से इसी जलाशय निर्माण की मांग को लेकर खींचतान चल रही थी। परंतु नगर पालिका चुनाव के बाद जैसे इस कार्य को पंख लग गए हो। सभी प्रक्रिया एक के बाद एक तरीके से जल्दी-जल्दी हो रही है। इस बात से नागरिकों में खुशी की लहर है।
गन्ने का उचित दाम नहीं मिलने से किसानों में चिंता
दिलावर मोहगांव ञ्च पत्रिका. ग्राम के साथ-साथ खापाबिहारी, पखडिय़ा एवं आसपास के गांव के किसानों को उनकी गन्ने की फसल का दाम सहीं नहीं मिल पाने से उनमें चिंता व्याप्त है। शुगर मिल हरनाखेड़ी ने गन्ने की बढ़ती आवक देखते हुए दाम कम कर दिए। पहले 300 रुपए प्रति क्विंटल से गन्ना खरीदा गया अब 270 रुपए प्रति क्विंटल खरीदा जा रहा है। इससे किसानो का आर्थिक शोषण हो रहा है। दाम बढऩे की आस में किसानों का गन्ना खेतों में सूख रहा है। किसानों ने सरकार से फसल का उचित दाम दिलाने की मांग की है।