भटक रहे कैंसर मरीज...दो माह से नहीं मिली दवा, जानें वजह
- महिला सेवा दल ने जताया आक्रोश, आंदोलन की दी चेतावनी

छिंदवाड़ा/ छिंदवाड़ा इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेस से सम्बद्ध जिला अस्पताल में कैंसर रोगियों को पिछले दो महीने से दवा नहीं मिली है। मरीज या परिजन दवा लेने पहुंचते है तो उन्हें दवा उपलब्ध नहीं होना बताकर वापस लौटा दिया जा रहा है।
इसके विरोध में शुक्रवार को महिला सेवा दल जिलाध्यक्ष रेशमा खान ने आक्रोश व्यक्त किया है और शीघ्र दवा उपलब्ध नहीं होने पर जन आंदोलन की चेतावनी दी हैं। जिलाध्यक्ष खान ने प्रदेश सरकार पर छिंदवाड़ा केे संदर्भ में पक्षपात करने का आरोप लगाया हैं, उनका कहना है कि पूर्व मुख्यमंत्री ने जिले में स्वास्थ्य के क्षेत्र में कई सौगातें दी, पर वर्तमान सरकार दवा तक उपलब्ध नहीं करा पा रही हैं।
बालाघाट डिपो और मेडिकल से आती है दवा -
बताया जाता है कि छिंदवाड़ा में बालाघाट डिपो से शासन द्वारा चिन्हित 19 तथा मेडिकल कॉलेज से 56 तरह की दवाइयां उपलब्ध कराई जाती हैं। दवाओं की कमियों को देखते हुए विभाग द्वारा डिमांड पत्र भेजा गया है तथा दावा किया जा रहा है कि जल्द ही दवा उपलब्ध हो सकेगी।
सीए ब्रेस्ड की नहीं दवा -
कैंसर रोगों के उपचार के लिए विभाग के पास पर्याप्त दवाइयां हैं, पर सीए ब्रेस्ड की दवा फिलहाल उपलब्ध नहीं हैं। इसके लिए शासन को पत्र लिखा गया हैं।
- डॉ. तपेश पौनिकर, कैंसर रोग विशेषज्ञ, सिम्स
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