अभियान को सफल बनाने के लिए आनन-फानन में लोगों को प्रशिक्षण दिया गया। वहीं नगर के कई बूथों पर फिर कोई व्यवस्था नहीं की गई थी। नर्सिंग छात्राओं को पेड़ के नीचे बिना किसी सुविधा के बैठाया गया था। जिला अस्पताल में आयोजित कार्यक्रम के दौरान विधायक चौधरी चंद्रभान सिंह, महापौर कांता सदारंग, कलेक्टर जेके जैन, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. जेएस गोगिया, आरएमओ डॉ. सुशील दुबे समेत अन्य अधिकारी मौजूद थे।
डीआईयू को लगाई फटकार
जिला अस्पताल के कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचे कलेक्टर ने पल्स पोलियो अभियान में हुई लेटलतीफी को लेकर जिला टीकाकरण अधिकारी को फटकार लगाई तथा अन्य व्यवस्थाओं में सुधार करने की हिदायत दी। हालांकि सीएमएचओ ने बताया बच्चों को दवा पिलाने का कार्य सुबह से ही शुरू कर दिया गया था।
सीईओ ने देखी अस्पताल की व्यवस्था
पल्स पोलियो अभियान कार्यक्रम की समीक्षा करने पहुंचे जिला पंचायत सीईओ रोहित सिंह ने जिला अस्पताल का भी निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने गायनिक, सर्जिकल, मेडिकल, आकस्मिक स्वास्थ्य सेवाएं आदि का जायजा लिया तथा सीएमएचओ डॉ. गोगिया से विभिन्न बिंदुओं पर चर्चा की।
विभिन्न केंद्रों में हुए विवाद
अपनी मांगों को लेकर हड़ताल कर रहे संविदा स्वास्थ्य कर्मचारी, बहुउद्देशीय स्वास्थ्य कार्यकर्ता, आशा-ऊषा तथा सहयोगनी कार्यकर्ताओं की हड़ताल का असर पल्स पोलियो अभियान पर देखने को मिला। यहां तक कि जिले के जुन्नारदेव, सौंसर और अन्य विकासखंडों में हड़ताल इस अभियान का विरोध करते दिखे। कुछ स्थानों पर अभियान के कर्मचारियों से इनके विवाद की भी सूचना है। हालांकि सभी स्थानों पर प्रशासन के सहयोग से मामले का शांत कराया गया और अभियान की शुरुआत की गई।
स्वास्थ्य कर्मचारियों की हड़ताल के कारण पोलियो अभियान के संचालन में दिक्कत आई है। जुन्नारदेव समेत अन्य ब्लॉकों में कुछ हड़ताली कर्मचारियों द्वारा टीकाकरण का विरोध किया गया। वहीं कुछ नर्सिंग छात्राओं को सुविधा नहीं मिलने की सूचना भी मिली है। पूरी रिपोर्ट आने के बाद कार्रवाई की जाएगी।
– डॉ. जेएस गोगिया, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी