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मौसम बदलने से सब्जियों पर पड़ेगा यह असर

locationछिंदवाड़ाPublished: Dec 14, 2019 12:03:17 pm

Submitted by:

Rajendra Sharma

फसल में कीट प्रकोप की आशंका बढ़ी

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बे-मौसम बारिश का असर
छिंदवाड़ा/ पिछले दो दिन से बदले मौसम, आसमान से छाए बादल और पानी के कारण सब्जियों के कीट प्रकोप की सम्भावनाएं बढ़ गईं हैं। सरसों, मूली और सेम वर्ग की फसलों में कीड़े लग सकते हैं। इसके लिए इन सब्जी उत्पादक किसानों को कीट को देखते हुए दवाइयां छिडकऩे की सलाह दी गई है। उल्लेखनीय है कि गुरुवार की रात को जिले में कई स्थानों पर हल्की बारिश हुई है। आंचलिक मौसम सूचना केंद्र के अनुसार कुछ सब्जियों में मौसम के बदलाव से कीटों का प्रकोप हो सकता है। किसानों को कहा गया है कि सब्जियों की निगरानी रखें और अधिक प्रकोप होने की स्थिति में इमिडाक्लोरोफ्रिड 0.5 मिली प्रति लीटर पानी के साथ छिडक़ाव करें। देरी से बोवनी करने पर बीज दर 25 प्रतिशत बढ़ाने भी कहा जा रहा है।
ये सलाह भी किसानों को

कृषि आधारित मौसम सूचना केंद्र के नोडल अधिकारी डॉ. वीके पराडकर ने बताया कि नवम्बर के अंतिम सप्ताह में बोई गई गेहूं की फसल मुकुट जड़ निकलने की अवस्था में है। यह अवस्था नमी और पोषक तत्वों की क्रांतिक अवस्था है। इसलिए किसानों से कहा जा रहा है कि नत्रजन उर्वरक की टॉपड्रेसिंग कर सिंचाई करें। गेहूं में चौड़ी पत्ती वाले नींदा के रासायनिक नियंत्रण के लिए 24 डी और सकरी पत्ती के नियंत्रण लिए आसोप्रोटरान नामक खरपतवार नाशी का प्रयोग करने कहा गया है। चने की फसल में एकीकृत कीट प्रबंधन के लिए फीरोमोन प्रपंच, प्रकाश प्रपंच या खेतों में पक्षियों के बैठने टीआकार की खूंटी का प्रयोग करने कहा गया है। चना बोने वाले किसानों से कहा गया है कि यदि फसल में उकठा रोग लगता दिखाई दे रहा है तो कुछ दिनों तक सिंचाई किसान न करें।
चार दिन और रहेगा ऐसा ही मौसम

आगामी पांच दिनों में मौसम का पूर्वानुमान जो बताया गया है उसके अनुसार आगामी 120 घंटों के दौरान अधिकांश क्षेत्रों में हल्के से घने बादल छाए रहेंगे। इस दौरान हल्की बारिश भी हो सकती है। अधिकतम तापमान 23 से 25 डिग्री सेल्सियस के बीच बताया जा रहा है जबकि न्यूनतम तापमान 16 डिग्री सेल्सियस तक जा सकता है। सापेक्षित आद्र्रता 75 से 92 प्रतिशत बताई जा रही है इससे पानी गिरने की सम्भावना बढ़ गई है।
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