शेष अन्य विकासखंडों की स्थिति मुख्यालय से बेहतर है। हालांकि जिला स्तरीय अधिकारियों का मानना है कि छिंदवाड़ा विकास खंड के अंतर्गत निजी स्कूलों के विद्यार्थियों के अनुत्तीर्ण होने से रिजल्ट पिछड़ गया है। जहां कक्षा 5वीं एवं 8वीं के विद्यार्थियों के सफल होने के मामले में छिंदवाड़ा विकासखंड फिसड्डी रह गया, वहीं सबसे अच्छे अंकों से उत्तीर्ण होने के मामले में छिंदवाड़ा ही अव्वल है। जिला शिक्षा केंद्र से मिली जानकारी के अनुसार छिंदवाड़ा विकासखंड में पढऩे वाले विद्यार्थियों में ए प्लस एवं ए हासिल करने वालों की संख्या सबसे अधिक है। उल्लेखनीय है कि ए प्लस, 85 प्रतिशत से अधिक, 76 से 85 प्रतिशत वालों को ए, 66 से 75 प्रतिशत वालों को बी प्लस, 56 से 65 प्रतिशत वालों को बी, 51 से 55 प्रतिशत वालों क ो सी प्लस, 46 से 50 प्रतिशत वालों को सी, 33 से 45 प्रतिशत वालों को डी की श्रेणी में रखा गया है। जबकि 33 प्रतिशत से कम अंक हासिल करने वालों को फेल माना गया है।
शासकीय स्कूलों ने अच्छा प्रदर्शन किया
निजी स्कूलों का शासकीय स्कूलों से कम परीक्षा परिणाम है। छिंदवाड़ा विकासखंड में निजी स्कूलों की संख्या अधिक है, उनके कारण ही छिंदवाड़ा विकासखंड का परीक्षा परिणाम खराब हुआ है, शासकीय स्कूलों ने अच्छा प्रदर्शन किया है।
जेके इरपाचे, डीपीसी छिंदवाड़ा