माचागोरा डैम से हुआ विकास
चौरई समेत छिंदवाड़ा और सिवनी जिले की भाग्य रेखा माना जाने वाला माचागोरा डैम बनने से नहरों के माध्यम से सिंचाई के लिए किसानों को पर्याप्त पानी मिल रहा है। हालांकि अभी भी कई स्थानों पर नहरों का निर्माण नहीं हो पाने से लक्ष्य हासिल नहीं हो पाया है। इससे किसानों में आक्रोश है। वहीं डैम निर्माण से डूब क्षेत्र में आए विस्थापित मुआवजा वितरण और उचित व्यवस्थापन न होने के कारण परेशान हैं। इन्हें रोजगार और मूलभूत सुविधाओं की दरकार है।