पुलिस अधीक्षक विवेक अग्रवाल ने बताया कि 15 जून की सुबह बटकाखापा आवासगृह निवासी नरेश कहार के घर पर बलराम यादव एवं संजय कहार ने शराब का सेवन किया था। देर शाम को दोबारा नरेश के घर पर संजय कहार और बलराम यादव ने शराब पी और खाना बनाकर खाया। तीनों के बीच में शराब लाने की बात को लेकर विवाद हो गया। बलराम ने संजय को थप्पड़ मार दिया, जिसके जवाब में संजय ने बलराम को पटककर लोहे की फुकनी से गला दबा दिया। उसके अचेत होने पर संजय और नरेश ने साड़ी के कपड़े से गला घोंटकर बलराम यादव की हत्या कर दी।
नरेश के बड़े भाई कैलाश कहार के कहने पर रात में ही नरेश, संजय और कैलाश ने मिलकर बलराम यादव का शव वारदात को छिपाने के लिए मैदान के पास फेंक दिया। 17 जून को शव दिखाई देने पर परिवार के सदस्यों की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची और परिक्षण के बाद अज्ञात के खिलाफ हत्या का प्रकरण दर्ज किया था। संदेह के आधार पर तीनों को हिरासत में लेकर सख्ती से पूछताछ की तो उन्होंने वारदात को अंजाम देना कबूल लिया।