खाद पहले दाम प्रति बैग नए दाम प्रति बैग
एनपीके 12:32:16 1185 रुपए 1700 रुपए
एनपीके 10:26:26 1175 रुपए 1475 रुपए
एनपीके 14:35:14 1230 रुपए 1550 रुपए
अमोनियम
फास्फेट सल्फेट 20:20:0 1050 रुपए 1225 रुपए
छिंदवाड़ाPublished: Sep 23, 2021 12:42:14 pm
babanrao pathe
खाद के बढ़े हुए दामों पर छिंदवाड़ा सांसद नकुलनाथ ने आपत्ति दर्ज की है।
Nakul Nath took over the field command
छिंदवाड़ा. खाद के बढ़े हुए दामों पर छिंदवाड़ा सांसद नकुलनाथ ने आपत्ति दर्ज की है। उन्होंने प्रदेश के किसानों की सुध लेते हुए खाद की बढ़ी कीमतों को तत्काल वापस लेने मप्र के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को पत्र लिखा है। पत्र में उल्लेख किया है कि वर्तमान में प्रत्येक खाद के दामों में बेतहाशा मूल्यवृद्धि करना किसानों पर बोझ डालना है। उपज का उचित दाम नहीं मिल रहा और खाद की कीमतें अधिक होने से किसान की लागत बढ़ जाएगी।
सांसद नकुलनाथ ने अपने पत्र में लिखा है कि कोरोना संक्रमण काल के बाद जैसे-तैसे किसान उभरकर खेती की तरफ बढ़े हैं और खाद के दामों में बढ़ोत्तरी के कारण अनाज और सब्जी उत्पादक प्रदेश के किसानों को बड़ा नुकसान होगा। प्रदेश सरकार के द्वारा बढ़ाए हुए दाम रबी की फसल के लिए 1 अक्टूबर 2021 से लागू होंगे। खाद के प्रति बैग कीमत बढऩे से किसानों की उत्पादन की लागत पर सीधा असर पड़ेगा। भाजपा अब किसानों पर खाद के बढ़े दामों का बोझा लाद रही है, इससे किसानों की लागत बढ़ जाएगी, जबकि फसलों के दाम नहीं बढ़े हैं। केन्द्र सरकार ने गेहूं पर एमएसपी बढ़ाई है, लेकिन खाद के अधिक दामों के सामने उसका भी कोई मोल नहीं रह जाता है, क्योंकि सब्जी उत्पादक किसानों को एमएसपी से कोई लेनादेना नहीं है, बाजार में सब्जियों को पर्याप्त दाम नहीं मिल रहे हैं, ऐसे में खाद की मूल्यवृद्धि से वे भी प्रभावित होंगे। केन्द्र और राज्य सरकार मिलकर किसानों की आय दोगुनी करने की बजाए लगातार लागत दोगुनी कर रही है। यह किसानों के हित का फैसला नहीं है, इसे तत्काल वापस लिया जाना चाहिए।
खाद पहले दाम प्रति बैग नए दाम प्रति बैग
एनपीके 12:32:16 1185 रुपए 1700 रुपए
एनपीके 10:26:26 1175 रुपए 1475 रुपए
एनपीके 14:35:14 1230 रुपए 1550 रुपए
अमोनियम
फास्फेट सल्फेट 20:20:0 1050 रुपए 1225 रुपए