Chhindwara university: तीन साल बाद जागा विश्वविद्यालय, पीएचडी के लिए प्रक्रिया हुई तेज
छिंदवाड़ाPublished: Nov 09, 2023 11:13:35 am
7 जनवरी को होगी परीक्षा, नए आवेदन भी मंगा रहे


College news: सिवनी, छिंदवाड़ा की छात्राएं पहुंची विवि, देर रात तक दिया धरना
छिंदवाड़ा. राजा शंकर शाह विश्वविद्यालय आखिरकार कुंभकर्णी नींद से जग गया है। विश्वविद्यालय ने तीन साल बाद शोध केन्द्रों को लेकर प्रक्रिया शुरु कर दी है। जिन कॉलेजों ने तीन साल पहले शोध केन्द्र के लिए आवेदन किया था, उन्हें पत्र जारी किया है। जिसमें कहा गया है कि आप अपनी तैयारी पूरी कर हमें सूचित करें, जिससे हम निरीक्षण दल आपके कॉलेज में भेज सकें। कॉलेज अगर सभी मापदंड पर खरे उतरेंगे तो उन्हें शोध केन्द्र की मान्यता दी जाएगी। बड़ी बात यह है कि वर्ष 2020 में जो कॉलेज शोध केन्द्र के लिए एवं गाइड बनने के लिए आवेदन देने से वंचित रह गए थे, उनके लिए भी मौका दिया गया है। यानी कॉलेज प्रबंधन शोध केन्द्र के लिए एवं प्राध्यापक गाइड बनने के लिए विश्वविद्यालय में आवेदन कर सकते हैं। उल्लेखनीय है कि विश्वविद्यालय ने अक्टूबर 2020 में शोध केन्द्र एवं गाइड के लिए छिंदवाड़ा, सिवनी, बैतूल, बालाघाट एवं छिंदवाड़ा के कॉलेजों से आवेदन मांगे थे। विश्वविद्यालय से केवल पीजी कॉलेज छिंदवाड़ा में भूगोल, राजनीतिक शास्त्र विषय के लिए शोध केन्द्र बनाने की अनुमति दी। इसके अलावा 19 गाइड भी नियुक्त हुए। इसमें बैतूल जिले के ही 11 गाइड थे। इसके बाद मामला ठंडे बस्ते में चला गया था। तीन साल बाद अब फिर से प्रक्रिया शुरु हुई है।