रास्ते में कोई बच्चा भीख मांगते मिलें तो यह काम करें, पढ़ें पूरी खबर
छिंदवाड़ाPublished: Jun 24, 2019 11:45:19 pm
बाल श्रम और बाल भिक्षावृत्ति रोकथाम अभियान की बैठक में कार्रवाई के निर्देश
Child labor prevention campaign meeting
छिंदवाड़ा. शहर की सडक़ों पर बच्चे भीख मांगते मिले तो उन्हें सरकारी आश्रय स्थल पहुंचाया जाना चाहिए। इसको लेकर कलेक्टर डॉ. श्रीनिवास शर्मा ने समेकित बाल संरक्षण योजना के अंतर्गत बाल श्रम और बाल भिक्षावृत्ति रोकथाम अभियान की बैठक ली।
कलेक्टर ने कहा कि भिक्षावृत्ति में लगे, लावारिस, अनाथ और बाल श्रम करने वाले रेस्क्यू में मिले बच्चों को आश्रयगृह, खुले आश्रयगृह, बालगृह, शिक्षा, आदिवासी विकास व जिला शिक्षा केंद्र से संचालित छात्रावास, आश्रम और आश्रयगृहों में आश्रय प्रदान करें। ऐसे बच्चों का संरक्षण कर उन्हें समाज की मुख्य धारा से जोड़ें। उनके पुनर्वास के लिए समुचित प्रयास करें। बच्चों के मिलने के बाद उनका डाटाबेस बनवाएं और चिह्नांकित कर उनकी काउंसिंलिंग करें। काउंसिलिंग के दौरान सभी सम्बंधित विभागों को भी बुलाएं और यह तय करें कि बच्चे की रुचि पढ़ाई में है या रोजगार में। बच्चे की रुचि और क्षमता की जानकारी तैयार करने के बाद उन्हें बाल कल्याण समिति के समक्ष प्रस्तुत करें। बच्चों की क्षमताओं और रुचि के अनुसार बाल कल्याण समिति द्वारा बच्चों के आश्रय स्थल के निर्धारण के बाद उसे शिक्षा, रोजगार आदि उपलब्ध कराएं।
इस कार्य में पुलिस का विशेष रूप से सहयोग प्राप्त करें जिससे कोई परेशानी नहीं हो। उन्होंने निर्देश दिए कि बाल श्रम की जानकारी मिलने पर सम्बंधित दुकान या संस्थान में रेस्क्यू करने के पूर्व बच्चे का बाल श्रम करते हुए फोटो लें जिससे संबंधित दुकान या संस्थान के संचालक के विरुद्ध एफआइआर दर्ज करने में कोई परेशानी नहीं हो। उन्होंने सभी स्कूलों, आंगनबाड़ी केंद्रों और ग्राम पंचायतों में चाइल्ड लाइन का नंबर-1098 लिखवाने के निर्देश भी दिए।
जिला महिला सशक्तिकरण अधिकारी डॉ. बिसेन ने बताया कि जिले में 27 जून से समेकित बाल संरक्षण योजना के अंतर्गत बाल श्रम और बाल भिक्षावृत्ति रोकथाम अभियान संचालित किया जाएगा।