बताया जाता है कि जल्द ही अन्य विषयों की पुस्तकें भी उपलब्ध हो जाएगी। वहीं पहले दिन दर्ज में से कम संख्या में छात्र-छात्राएं स्कूल पहुंचे। विभागीय अधिकारियों का दावा है कि पहले दिन जिले के समस्त स्कूलों में 50 से 60 फीसदी बच्चे स्कूल पहुंचे, जिसकी वजह उचित प्रचार-प्रसार न होना, उचित सर्वे न होना, शाला त्यागी बच्चों की सूची अपडेट न होना, शिक्षकों द्वारा विद्यार्थियों को स्कूल आने के लिए प्रेरित नहीं करना, बच्चों की रुचि में गिरावट समेत अन्य बताई जाती है।
सरकार की मंशा हुई विफल, नहीं बांटी गई साइकिल – स्कूल की शुरुआत में कक्षा छठवीं तथा नवमीं के हितग्राही विद्यार्थियों को निशुल्क साइकिल वितरण योजना के तहत लाभ दिया जाना था, लेकिन विभागीय अधिकारियों की उदासीनता और समय पर मेपिंग कार्य पूरा नहीं होने से छात्र-छात्राओं को साइकिल नहीं मिल सकी। इसके अलावा जिले के अधिकांश स्कूलों तक नवीन साइकिल पहुंच नहीं पाई। हालांकि वर्ष 2018-19 की दर्जनों साइकिलों का भंडारण जंग खा रहा है, लेकिन जिम्मेदारों को इनकी सुध नहीं है।
साइकिल वितरण की वास्तविक स्थिति –
सर्व शिक्षा अभियान अंतर्गत – 1. जिले के समस्त ब्लाकों में उपलब्ध कुल साइकिल – 7428 2. सत्र 2018-19 में ऑफलाइन बांटी गई साइकिल – 76
3. सत्र 2018-19 में पोर्टल के आधार पर बांटी गई साइकिल – 6899 4. समायोजन के बाद जिले के समस्त ब्लाकों में उपलब्ध साइकिल – 453 स्कूल शिक्षा विभाग अंतर्गत – 1. वर्ष 2017-18 की शेष बची साइकिल – 2298
2. वर्ष 2018-19 में शासन से प्राप्त साइकिल – 13308 3. पोर्टल के आधार पर वितरित की गई साइकिल – 14662 4. विभाग के पास शेष रही साइकिल – 944