scriptcircling for aadhar card | आधार कार्ड के लिए काट रहे चक्कर | Patrika News

आधार कार्ड के लिए काट रहे चक्कर

locationछिंदवाड़ाPublished: Oct 13, 2022 06:59:33 pm

Submitted by:

Rahul sharma

सिंगोड़ी पोस्ट ऑफि स में आधार कार्ड बनवाने व अपडेट के लिए आने वालों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।ग्रामीणों का कहना है कि आधार कार्ड के काम के लिए कोई निश्चित समय नहीं है। उन्हें आधार सम्बन्धी काम के लिए पोस्ट ऑफिस के चक्कर लगाने पड़ते हैं। वहीं उप डाक अधीक्षक का कहना है कि दस डाकिये यह काम करते हैं। इनका क्षेत्र बांटा हुआ है, मगर सिंगोड़ी में कोई नहीं है। यहां के लिए दूसरी जगह के ऑपरेटर को बुलाना पड़ता है।

circling for aadhar card
Aadhar card
छिन्दवाड़ा/ सिंगोड़ी. सिंगोड़ी पोस्ट ऑफि स में आधार कार्ड बनवाने व अपडेट के लिए आने वालों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।ग्रामीणों का कहना है कि आधार कार्ड के काम के लिए कोई निश्चित समय नहीं है। उन्हें आधार सम्बन्धी काम के लिए पोस्ट ऑफिस के चक्कर लगाने पड़ते हैं। वहीं उप डाक अधीक्षक का कहना है कि दस डाकिये यह काम करते हैं। इनका क्षेत्र बांटा हुआ है, मगर सिंगोड़ी में कोई नहीं है। यहां के लिए दूसरी जगह के ऑपरेटर को बुलाना पड़ता है। बुधवार सुबह आधार कार्ड बनवाने एवं अपडेट कराने आए लोगों ने बताया कि यहां 11.30 बजे तक तो डाकपाल ही नहीं आए थे। डाकिया आए पर वे संतोषजनक जबाव नहीं दे रहे। डाकपाल से जब मोबाइल पर संपर्क किया गया तो उन्होंने कहा कि वे आ रहे हैं। उसी के बाद आधार केंद्र का काम शुरू हो। करीब 12 बजे वे आए । तब आधार कार्ड एवं अपडेशन का काम शुरू हुआ। लोगों का आरोप है कि डाकपाल देरी से आते हैं। उल्लेखनीय है कि आधार कार्ड सम्बन्धी कार्य पोस्ट ऑफिस में किए जाते हैं। जानकारी अपडेट करवाने पर 50 रुपए लगते हैं। डाकपाल अनेश कुमार डेहरिया का कहना है कि संगोड़ी में आधार कार्ड बनाने का कोई समय नहीं है। जब समय मिलता है, बनाते हैं। इस पोस्ट ऑफिस के 12 सेंटर है। सौ से अधिक गांव जुड़े हुए हैं। रोज 2 घंटे के लिए आधार कार्ड का काम होता है। इधर छिन्दवाड़ा जनसुनवाई में पहुंचे पलटवाड़ा के ग्रामीणों ने अपनी समस्याएं बताईं। उनका कहना था कि स्कूल गांव से करीब डेढ़ किमी दूर है। छोटे बच्चों को वहां जाने में परेशानी होती है। एकीकृत शाला कागजों में है । हाई सेकंडरी और माध्यमिक शाला अलग-अलग जगह लग रहे है। ग्रामीणों का कहना है की नए हाई सेकंडरी स्कूल में पर्याप्त व्यवस्था भी नहीं है। ग्रामीण माध्यमिक शाला को एकीकृत से अलग करना चाहते है ।
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