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Coal India: लाखों के कोयला भंडार पर गहराया संकट

locationछिंदवाड़ाPublished: May 16, 2021 06:00:59 pm

Submitted by:

prabha shankar

कोल स्टॉक में लगी आग

chhindwara

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छिंदवाड़ा/ परासिया. पेंच क्षेत्र की भूमिगत कोयला खदान महादेवपुरी के कोयला स्टॉक में आग लगने से लाखों रुपए मूल्य के कोयले के जलकर नष्ट होने की आशंका उत्पन्न हो गई है। जानकारी के अनुसार शुक्रवार रात को कर्मचारियो ने कोल स्टॉक में चिंगारी देखी और शनिवार की सुबह कोयला के ढेर से धुआं उठता दिखाई दिया। यहां पर लगभग 22 हजार टन कोयला स्टॉक किया गया है। इस कोयले को परिवहन कर साइडिंग भेजा जाता है जहां से यह रेलवे के माध्यम से थर्मल पावर स्टेशन तक जाता है। कोयले में लगी आग को बुझाने का प्रबंधन प्रयास कर रहा है, लेकिन यह नाकाफी सिद्ध हो रहा है।

ऐसी स्थिति में सामान्यत: कोयले के ढेर से आग वाले हिस्से को जेसीबी की सहायता से अलग किया जाता है और पानी का छिडक़ाव किया जाता है, लेकिन मौके पर अभी तक ऐसा कोई ठोस उपाय नजर नहीं आ रहा है। केवल खदान के पानी से पाइप लाइन द्वारा छिडक़ाव किया जा रहा है। वर्तमान में खदान से औसतन ढाई सौ टन कोयला उत्पादन किया जा रहा है वहीं स्टाक को मिलाकर लगभग तीन सौ टन कोयला डिस्पैच किया जाता है।

कोयलांचल में कोल स्टॉक में लगी आग के कई मायने होते हैं। सामान्य रूप से स्वत: तपन प्रक्रिया के कारण आग लग जाती है। वहीं कई बार कोल स्टॉक में गड़बडिय़ो को छिपाने के लिए भी इसका सहारा लिया जाता है। कोयले के ढेर में लगी आग आसानी से नहीं बुझ पाती है। इसपर पूरी तरह काबू पाने में लम्बा समय लगता है, तबतक लाखों रुपए का कोयला जलकर नष्ट हो जाता है। पूर्व में पेंच कन्हान में कोल स्टाक में लगी आग के सम्बंध में सीबीआइ और विजिलेंस विभाग की जांच कार्रवाई की जद में कई आला अधिकारी आ चुके हैं।


इनका कहना है
महादेवपुरी कोल स्टॉक में लगी आग को बुझाने के लिए सम्बंधित अधिकारियों को निर्देशित कर दिया गया है। पेंच क्षेत्र की अन्य कोयला खदानों में रखे हुए कोल स्टॉक शीघ्र डिस्पेच करने के लिए टेंडर प्रक्रिया भी की जा रही है।
टी.एन. सूर्यवंशी, महाप्रबंधक पेंच क्षेत्र

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