छिंदवाड़ाPublished: Jan 08, 2019 11:34:47 pm
arun garhewal
दो दिवसीय राष्ट्रव्यापी हड़ताल
कोयला उत्पादन ठप, आएगा संकट
छिंदवाड़ा. परासिया/झुर्रे. कोयला खदानों में दो दिवसीय राष्ट्रव्यापी हड़ताल के आह्वान का पेंच एवं कन्हान क्षेत्र में खासा असर दिखाई दिया। पेंच क्षेत्र में कोयला परिवहन पूरी तरह ठप रहा वहीं कोयला खदानो में आधे से भी कम लोग उपस्थित रहे। प्रमुख श्रम संगठनों के संयुक्त मोर्चा में इंटक, एचएमएस, एटक, सीटू शामिल है जिसने गेट मीटिंग के माध्यम से कोयला कामगारों को हड़ताल में शामिल होने के लिए जनजागरण किया। वहीं बीएमएस इस हड़ताल में शामिल नहीं है।
हड़ताल के प्रथम दिन मंगलवार को पेंच क्षेत्र में हड़ताल को सफल बनाने के लिए संयुक्त मोर्चा के पदाधिकारी पूरे दिन कार्य पर जाने वालो को समझाते रहे और विभिन्न खदान परिसर में नारेबाजी करते रहे। बीएमएस के पदाधिकारी कामगारों को हड़ताल में शामिल न हो इसका प्रयास करते रहे इसको लेकर महादेवपुरी में एचएमएस यूनियन के पदाधिकारी से बीएमएस पदाधिकारियों का विवाद हो गया। विक्रम विश्वकर्मा ने प्रबंधन तथा पुलिस से की गई शिकायत में बताया है कि मंगलवार सुबह प्रथम पाली में महादेवपुरी टोकन आफिस के पास बीएमएस महामंत्री कुंवर सिह एवं एजाज कुरैशी ने उसके साथ अभ्रदता करते हुए मारपीट की। घटना की सूचना मिलने पर संयुक्त मोर्चा के पदाधिकारी तथा पुलिस, वेकोलि अधिकारी खदान पहुंचे और विवाद को शांत कराया।
पुलिस तथा सीआइएसएफ के जवान कोयला खदानों के आसपास गश्त करते नजर आए। बुधवार को हड़ताल का दूसरा अंतिम दिन है प्रशासन विवाद की स्थिति निर्मित नहीं हो इसकी कोशिश कर रहा है। मंगलवार को हड़ताल के सफल और कामगारों के हड़ताल में शामिल होने पर संयुक्त मोर्चा ने इसे मजदूरों की जीत बताया है। वहीं बीएमएस संगठन ने हड़ताल को असफल करार देते हुए हड़ताल को राजनीतिक निर्णय बताया है। नेहरिया उपक्षेत्र के सभी यूनियन के श्रमिक नेताओं ने भी सरकार के नीतियों के खिलाफ प्रदर्शन किया।