कलेक्टर की फटकार पर भी एक तिहाई बंटांकन कर पाए पटवारी
छिंदवाड़ाPublished: Dec 02, 2016 12:54:00 pm
प्रशासन ने दिया था 30 नवम्बर तक एक लाख से अधिक केस के निपटारे का लक्ष्य,
24 घंटे काम नहीं कर पाए राजस्व कर्मचारी, परासिया और तामिया की
परफॉर्मेंस खराब
छिंदवाड़ा . कलेक्टर की फटकार के बाद भी जिले भर के पटवारी नक्शा बंटांकन (तरमीम) के लक्ष्य का एक तिहाई काम ही पूरा कर पाए हैं। प्रशासन ने 30 नवम्बर तक 24 घंटे काम कर एक लाख से अधिक लम्बित केस को निपटारे के
निर्देश दिए थे। उसके अनुरूप तहसीलों में अपेक्षाकृत काम नहीं हो पाया। परासिया और तामिया का तो परफार्मेंस रिकॉर्ड अत्यंत खराब रहा है।
अक्टूबर में हुई सीएम की समीक्षा में छिंदवाड़ा में लम्बित बंटांकन प्रकरणों की संख्या एक लाख 18 हजार 114 पाई गई थी। उसके बाद कलेक्टर जेके जैन ने हर तहसील का निरीक्षण कर पटवारियों और तहसीलदारों को 24 घंटे काम करते हुए इन केस का निपटारा करने के लिए कहा था और इसकी समय सीमा नवम्बर तक तय की थी। एक दिसम्बर को आई रिपोर्ट में जिले भर में 36344 केस का निपटारा होना पाया गया।
इसमें परासिया तहसील में केवल 367 और तामिया में 888 केस में ही बंटांकन कार्य पटवारी कर पाए। यह परफार्मेंस पूरे जिले में सबसे कम है। इससे साफ झलकता है कि पटवारी और तहसीलदार अपने काम के प्रति उदासीन हंै और कलेक्टर के आदेश को गम्भीरता से नहीं ले रहे हैं।
कलेक्टर के निर्देश पर कार्रवाई करेंगे
जिले में एक लाख से अधिक मामले लम्बित बंटांकन के केस में अब तक 36 हजार का ही निपटारा किया गया है। इसे कलेक्टर के ध्यान में लाया जाएगा। उनके निर्देश पर ही आगे कार्रवाई की जाएगी।
ललित ग्वालवंशी, अधीक्षक, भू-अभिलेख छिंदवाड़ा