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कॉलेज के दो प्राचार्य करेंगे कलेक्टर से मुलाकात, निकालेंगे बड़ी समस्या का समाधान

locationछिंदवाड़ाPublished: Aug 26, 2019 01:29:17 pm

Submitted by:

ashish mishra

गत वर्ष दोनों ही कॉलेजों में सभी विद्यार्थियों को प्रवेश दिलाने के लिए छात्र संगठन एकजुट हो गए थे।

कॉलेज के दो प्राचार्य करेंगे कलेक्टर से मुलाकात, निकालेंगे बड़ी समस्या का समाधान

कॉलेज के दो प्राचार्य करेंगे कलेक्टर से मुलाकात, निकालेंगे बड़ी समस्या का समाधान


छिंदवाड़ा. पीजी कॉलेज एवं गल्र्स कॉलेज में स्नातक एवं स्नातकोत्तर में प्रवेश के अंतिम चरण में रिक्त सीटों की अपेक्षा प्रवेश के लिए वेटिंग लिस्ट के विद्यार्थियों की अत्यधिक संख्या को देखते हुए दोनों ही कॉलेज के प्राचार्य सोमवार को कलेक्टर से मुलाकात करेंगे। दरअसल गत वर्ष दोनों ही कॉलेजों में सभी विद्यार्थियों को प्रवेश दिलाने के लिए छात्र संगठन एकजुट हो गए थे। राजमाता सिंधिया गल्र्स कॉलेज में प्रवेश न मिलने पर छात्राएं सडक़ पर उतर आई थी। जिसकी वजह से पुलिस को हल्का बल प्रयोग भी करना पड़ा था। हालांकि बाद में कॉलेज प्रबंधन ने लगभग सभी छात्राओं को प्रवेश दे दिया था। लेकिन पूरे वर्ष शैक्षणिक व्यवस्था बनाने में कॉलेजों को कठिनाई का सामना करना पड़ा। इस बार भी ऐसी स्थिति निर्मित न हो इसके लिए दोनों ही कॉलेज प्राचार्य कलेक्टर से मुलाकात कर समाधान निकालेंगे।
27 अगस्त के बाद वेटिंग लिस्ट के छात्रों को मिलेगा मौका
कॉलेजों द्वारा स्नातक में प्रवेश के अंतिम चरण(सीएलसी) में जारी की गई लिस्ट के अनुसार 27 अगस्त तक विद्यार्थियों को प्रवेश दिया जाएगा। इसके पश्चात 28 से 31 अगस्त तक कॉलेज रिक्त सीट को अनारक्षित मानते हुए वेटिंग लिस्ट के विद्यार्थियों को गुणानुक्रम के आधार पर पहले आओ पहले पाओ के आधार पर प्रवेश देगा। वहीं स्नातकोत्तर में प्रथम लिस्ट के अनुसार 28 अगस्त तक विद्यार्थियों को प्रवेश दिया जाएगा। 29 से 31 अगस्त तक रिक्त सीटों को अनारक्षित मानते हुए कॉलेज गुणानुक्रम के आधार पर वेटिंग लिस्ट के विद्यार्थियों को प्रवेश देगा।
पीजी कॉलेज में 221 सीट पर 1164 आवेदक
पीजी कॉलेज में स्नातक में प्रवेश के तीसरे चरण में बीए संकाय में 221 रिक्त सीट पर 1164 वहीं बीएससी बायो संकाय में 83 रिक्त सीट पर 365 विद्यार्थियों ने आवेदन किया है। गल्र्स कॉलेज में भी लगभग ऐसी ही स्थिति है। वहीं प्रवेश के अंतिम चरण में स्नातकोत्तर में प्रवेश की स्थिति की बात करें तो राजमाता सिंधिया गल्र्स कॉलेज में एमए, एमकॉम एवं एमएससी में कुल 256 रिक्त सीट पर सीएलसी राउंड में 2076 छात्राओं ने वहीं पीजी कॉलेज में कुल 259 सीट पर 2008 विद्यार्थियों ने आवेदन किया है।
14 शासकीय कॉलेज में विकल्प
जिले में 16 शासकीय कॉलेज हैं। वर्तमान समय में प्रवेश की स्थिति की बात करें तो पीजी कॉलेज एवं गल्र्स कॉलेज को छोडकऱ शेष सभी शासकीय कॉलेज में लगभग 40 प्रतिशत सीट रिक्त है। विशेषज्ञों का कहना है कि पीजी कॉलेज एवं गल्र्स कॉलेज सभी वेटिंग लिस्ट के विद्यार्थियों का प्रवेश ले भी लें तो वह शैक्षणिक व्यवस्था कैसे बना पाएंगे। इसका स्थाई समाधान यह है कि विद्यार्थियों को दूसरे शासकीय कॉलेज में प्रवेश दिया जाए।
क्या कहते हैं प्राचार्य एवं छात्र पदाधिकारी

प्रवेश के तीसरे चरण में कॉलेज में रिक्त सीट काफी कम है और आवेदक विद्यार्थियों की संख्या अधिक। सोमवार को कलेक्टर से मार्गदर्शन लेंगे। इसके बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
डॉ. कामना वर्मा, प्राचार्य, गल्र्स कॉलेज

स्नातक एवं स्नातकोत्तर में प्रवेश के लिए वेटिंग लिस्ट में काफी संख्या में विद्यार्थी हैं। प्रवेश व्यवस्था के संबंध में कलेक्टर से सोमवार को चर्चा कर मार्गदर्शन लिया जाएगा।
डॉ. गोपाल जायसवाल, प्राचार्य, पीजी कॉलेज
विद्यार्थी अपने पसंदीदा कॉलेज में प्रवेश की राह देख रहे हैं। कॉलेजों को सभी विद्यार्थियों को प्रवेश देना होगा।
शाहिद खान, प्रदेश महासचिव, एनएसयूआई

लड़कियों के लिए जिले में एकमात्र गल्र्स कॉलेज है। छात्राएं प्रवेश के लिए कहां जाएंगी।
रेशमा खान, अध्यक्ष, छात्रासंघ
शासन को चाहिए की वह सभी वेटिंग लिस्ट के विद्यार्थियों को संबंधित कॉलेज में प्रवेश दें। अगर ऐसा नहीं हुआ तो हम लोग उग्र आंदोलन को बाध्य होंगे।
शिवा सरसवार, पूर्व विभाग संयोजक, अभाविप
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