कॉलेजों द्वारा स्नातक में प्रवेश के अंतिम चरण(सीएलसी) में जारी की गई लिस्ट के अनुसार 27 अगस्त तक विद्यार्थियों को प्रवेश दिया जाएगा। इसके पश्चात 28 से 31 अगस्त तक कॉलेज रिक्त सीट को अनारक्षित मानते हुए वेटिंग लिस्ट के विद्यार्थियों को गुणानुक्रम के आधार पर पहले आओ पहले पाओ के आधार पर प्रवेश देगा। वहीं स्नातकोत्तर में प्रथम लिस्ट के अनुसार 28 अगस्त तक विद्यार्थियों को प्रवेश दिया जाएगा। 29 से 31 अगस्त तक रिक्त सीटों को अनारक्षित मानते हुए कॉलेज गुणानुक्रम के आधार पर वेटिंग लिस्ट के विद्यार्थियों को प्रवेश देगा।
पीजी कॉलेज में स्नातक में प्रवेश के तीसरे चरण में बीए संकाय में 221 रिक्त सीट पर 1164 वहीं बीएससी बायो संकाय में 83 रिक्त सीट पर 365 विद्यार्थियों ने आवेदन किया है। गल्र्स कॉलेज में भी लगभग ऐसी ही स्थिति है। वहीं प्रवेश के अंतिम चरण में स्नातकोत्तर में प्रवेश की स्थिति की बात करें तो राजमाता सिंधिया गल्र्स कॉलेज में एमए, एमकॉम एवं एमएससी में कुल 256 रिक्त सीट पर सीएलसी राउंड में 2076 छात्राओं ने वहीं पीजी कॉलेज में कुल 259 सीट पर 2008 विद्यार्थियों ने आवेदन किया है।
जिले में 16 शासकीय कॉलेज हैं। वर्तमान समय में प्रवेश की स्थिति की बात करें तो पीजी कॉलेज एवं गल्र्स कॉलेज को छोडकऱ शेष सभी शासकीय कॉलेज में लगभग 40 प्रतिशत सीट रिक्त है। विशेषज्ञों का कहना है कि पीजी कॉलेज एवं गल्र्स कॉलेज सभी वेटिंग लिस्ट के विद्यार्थियों का प्रवेश ले भी लें तो वह शैक्षणिक व्यवस्था कैसे बना पाएंगे। इसका स्थाई समाधान यह है कि विद्यार्थियों को दूसरे शासकीय कॉलेज में प्रवेश दिया जाए।
डॉ. कामना वर्मा, प्राचार्य, गल्र्स कॉलेज
स्नातक एवं स्नातकोत्तर में प्रवेश के लिए वेटिंग लिस्ट में काफी संख्या में विद्यार्थी हैं। प्रवेश व्यवस्था के संबंध में कलेक्टर से सोमवार को चर्चा कर मार्गदर्शन लिया जाएगा।
डॉ. गोपाल जायसवाल, प्राचार्य, पीजी कॉलेज
शाहिद खान, प्रदेश महासचिव, एनएसयूआई लड़कियों के लिए जिले में एकमात्र गल्र्स कॉलेज है। छात्राएं प्रवेश के लिए कहां जाएंगी।
रेशमा खान, अध्यक्ष, छात्रासंघ
शिवा सरसवार, पूर्व विभाग संयोजक, अभाविप