10 माह से कॉलेज की टीम तैयारी में जुटी
पीजी कॉलेज प्राचार्य के नेतृत्व में टीम लगभग 10 माह से नैक मूल्यांकन कराने के लिए जुटी हुई है। टीम ने विभिन्न बिन्दुओं पर अपनी रिपोर्ट तैयार की और नैक कार्यालय को भेजी। अंतत: 13 मई को टीम निरीक्षण करेगी।
पीजी कॉलेज प्राचार्य के नेतृत्व में टीम लगभग 10 माह से नैक मूल्यांकन कराने के लिए जुटी हुई है। टीम ने विभिन्न बिन्दुओं पर अपनी रिपोर्ट तैयार की और नैक कार्यालय को भेजी। अंतत: 13 मई को टीम निरीक्षण करेगी।
लाइब्रेरी भवन नहीं हुआ खाली
पीजी कॉलेज के पास अत्याधुनिक भवन तो है, लेकिन इसमें राजा शंकर शाह विश्वविद्यालय का प्रशासनिक कार्य संचालित हो रहा है। वहीं पीजी कॉलेज के पास कवर्ड कैम्पस भी नहीं है। ऐसे में इन दो वजहों से समस्या हो सकती है। बता दें कि 28 सितबंर 2014 को नैक टीम मूल्यांकन करने पीजी कॉलेज पहुंची थी। उस समय कुछ कमियों को कारण नैक टीम ने कॉलेज को 2.80 अंक दिए थे। जिससे उन्हें ‘बी प्लस’ ग्रेड मिला था। पीजी कॉलेज ने इस बार भी ए ग्रेड के लिए तैयारी की है। इसके लिए कॉलेज को तीन अंक चाहिए।
कवर्ड कैम्पस के लिए किए थे प्रयास
पीजी कॉलेज प्राचार्य ने कवर्ड कैम्पस के लिए प्रशासन से चर्चा कर रास्ता निकाला था। कॉलेज के पीछे से वैकल्पिक सडक़ बनाई जानी थी। प्रशासन ने इसके लिए मौखिक रूप से अनुमति भी दे दी थी। इसके लिए प्रशासन ने 50 प्रतिशत बजट देने की भी बात कही थी। पीजी कॉलेज ने शेष बजट के लिए उच्च शिक्षा विभाग को पत्र लिखा, लेकिन अब तक उस पर कोई कार्यवाही नहीं हुई। ऐसे में कॉलेज कवर्ड नहीं हो पाया। इसके अलावा लाइब्रेरी भवन को खाली कराने के लिए भी प्रयास किए। उच्च शिक्षा मंत्री ने मौखिक रूप से इसकी अनुमति भी दी, लेकिन अब तक उसमें भी सफलता नहीं मिली।
इनका कहना है..
टेंडर लेने वाली एजेंसी अब तक पहुंची नहीं है। हमने उनसे संपर्क किया था, लेकिन वे कुछ दिन बाद आएंगे। हमें नैक मूल्यांकन कराना है इसके लिए जरूरी कार्य कॉलेज के बजट से ही कराने पड़ रहे हैं।
डॉ. अमिताभ पांडे, प्राचार्य, पीजी कॉलेज