प्रशासनिक अधिकारी ने भेजी थी वीडियो
शिवालिका इंडस्ट्रीज बोरगांव के संचालक वामन ठोम्बरे ने बताया कि मेरे पास प्रशासनिक अधिकारी का फोन आया उन्होंने मुझे एक वीडियो भेजा और कहा कि क्या हमलोग भी इसी तरह की कोई मशीन बना सकते हैं। मैंने तुरन्त हां कर दी। इंजीनियर की पढ़ाई कर रहा बेटा कौस्तुभ ठोम्बरे के साथ इस पर काम शुरु किया। चार दिन की मेहनत के बाद सैनिटाइजर केबिन का निर्माण कर दिया। केबिन निर्माण में मोटर पंप, बैटरी, टीन का शेड और वायरस को खत्म करने के लिए आइसो प्रोफाइल एल्कोहल (आइपीए) लिया है।
केबिन में 10 सेकंड
सैनिटाइज केबिन में जैसे ही कोई व्यक्ति अंदर जाएगा पंप 10 सेकंड के लिए ऑन होगा। केबिन से गुजरने के बाद व्यक्ति पर केमिकल 10 घंटे तक कोरोना या किसी भी वायरस से बचाव करता है। सेनेटाइज केबिन को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सौंसर को दान किया गया है। हालांकि अभी मशीन ऑटोमेटिक ऑन नहीं हो रही है। इसके लिए एक आदमी यहां तैनात है। वामन ठोम्बर ने बताया कि ऑटोमेटिक ऑन-ऑफ के लिए एक सामान की जरूरत है वह जल्द ही नागपुर से आ जाएगा।
10 दिन में तैयार कर देंगे 30 सैनेटाइज केबिन
वामन ठोम्बरे ने बताया कि अगर उनके पास सैनेटाइज केबिन बनाने के लिए सामान हो तो वह 10 दिन में 30 सैनेटाइज केबिन बना सकते हैं। सौंसर एसडीएम ओमप्रकाश, तहसीलदार डॉ. अजय भूषण शुक्ला सहित अन्य प्रशासनिक, पुलिस एवं स्थानीय जनता से इस उपलब्धि पर खुशी जताई और वामन को धन्यवाद दिया।
वामन ठोम्बरे ने बताया कि अगर उनके पास सैनेटाइज केबिन बनाने के लिए सामान हो तो वह 10 दिन में 30 सैनेटाइज केबिन बना सकते हैं। सौंसर एसडीएम ओमप्रकाश, तहसीलदार डॉ. अजय भूषण शुक्ला सहित अन्य प्रशासनिक, पुलिस एवं स्थानीय जनता से इस उपलब्धि पर खुशी जताई और वामन को धन्यवाद दिया।
सैनेटाइज केबिन का हुआ शुभारंभ
शनिवार को सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में सैनेटाइजर केबिन का शुभारंभ बीएमओ डॉ. एनके शास्त्री, सौसर थाना प्रभारी सियाराम सिंह गुर्जर की प्रमुख उपस्थिति में किया गया। बीएमओ ने बताया कि अस्पताल के बाहर इसे सभी के उपयोग के लिए रखा गया है। एक बार केबिन से गुजरने के बाद में 10 घंटे तक इसका असर रहता है।
शनिवार को सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में सैनेटाइजर केबिन का शुभारंभ बीएमओ डॉ. एनके शास्त्री, सौसर थाना प्रभारी सियाराम सिंह गुर्जर की प्रमुख उपस्थिति में किया गया। बीएमओ ने बताया कि अस्पताल के बाहर इसे सभी के उपयोग के लिए रखा गया है। एक बार केबिन से गुजरने के बाद में 10 घंटे तक इसका असर रहता है।