छिंदवाड़ा

कांग्रेस ने रेल भूमि के सीमांकन का किया विरोध

ब्लॉक कांग्रेस के नेतृत्व में धरना प्रदर्शन कर मंडल रेल प्रबंधक को सम्बोधित ज्ञापन रेल स्टेशन अधीक्षक को सौंपकर रेल भूमि का सीमांकन निरस्त करने की मांग की गई।

छिंदवाड़ाDec 14, 2019 / 05:20 pm

SACHIN NARNAWRE

कांग्रेस ने रेल भूमि के सीमांकन का किया विरोध

परासिया . ब्लॉक कांग्रेस के नेतृत्व में शुक्रवार को दोपहर 12 बजे धरना प्रदर्शन कर मंडल रेल प्रबंधक को सम्बोधित ज्ञापन रेल स्टेशन अधीक्षक को सौंपकर रेल भूमि का सीमांकन निरस्त करने की मांग की गई। विधायक सोहन वाल्मीक ब्लॉक अध्यक्ष हेमंत राय, जनपद अध्यक्ष रईस खान, जमील खान ने अपने संबोधन में कहा कि रेल विभाग द्वारा बिछाई गई नैरोगेज रेल पटरी कई दशक पूर्व उखाड़ी जा चुकी हैं सीमांकन करा, जाने वाले वाले स्थलों पर रेल विभाग का कोई ढांचा या संपत्ति नहीं है।
ज्ञापन में बताया गया है कि खिरसाडोह से बडक़ुही तथा खिरसाडोह से शिवपुरी के बीच रेलवे की भूमि का सीमांकन स्थानीय प्रशासन के सहयोग से 6 नवम्बर को कराया जाना था। अनुविभागीय अधिकारी राजस्व परासिया द्वारा जिले में लागू धारा 144 का हवाला देते हुए, वर्तमान में सीमांकन कार्य को स्थगित कर नवीन तिथि निर्धारित करने संबंधी लेख किया गया है। जानकारी के अनुसार उक्त रेलवे की भूमि पर रिलांइस कोल ब्लॉक कम्पनी द्वारा ट्रेक निर्माण कार्य कराकर कोल परिवहन किये जाने की योजना बनाई जा रही है। जिससे सिर्फ कंपनी को ही लाभ प्राप्त होगा। आमजनों को किसी प्रकार का कोई लाभ प्राप्त नहीं होगा और ना ही विकास के कार्य इस कार्य से जुडे है। जमीन का वर्तमान में रेलवे विभाग द्वारा कोई उपयोग नहीं किया जा रहा हैं। वर्तमान में रेलवे की पूर्व लाईन ट्रेक पर आम लोगों की सुविधा के लिए नगरपालिका परासिया, चांदामेटा एवं बडक़ुही द्वारा करोड़ों रुपयों व्यय कर पक्की सडक़ एवं पुलिया निर्माण व अन्य विकास कार्य कराये गये। इसके अतिरिक्त उपरोक्त भूमि पर हजारों की संख्या में निवास हेतु मकान बना लिये गये है। उस दौरान रेलवे विभाग द्वारा कभी कोई आपत्ति नहीं ली गई और ना ही किसी को निर्माण कार्य करने से रोका गया। अचानक सीमांकन व अतिक्रमण हटाये जाने की कार्यवाही से आमजनों में भय एवं रोष व्याप्त है। स्थिति को देखते हुए, यदि सीमांकन व अतिक्रमण को हटाये जाने का कार्य रेलवे विभाग द्वारा किया जाता है तो क्षेत्र में कानून व्यवस्था की समस्या उत्पन्न हो सकती है। इसलिए सीमांकन कार्य नहीं किये जाने व अतिक्रमण को ना हटाया जाए।
Copyright © 2024 Patrika Group. All Rights Reserved.