डॉ. गाड़बैल ने बताया कि कोरोना मनुष्य के इम्यूनिटी सिस्टम पर प्रहार करता है तथा जिस मनुष्य की रोग प्रतिरोधक क्षमता कम होती है, उसके बीमार होने की आशंका अधिक रहती है। आयुष संचालनालय के निर्देश भी है कि कोरोना से जंग में विभाग की आर्शनिक अल्प-30, संशमनि वटी, त्रिकुट चूर्ण तथा अणु तेल के उपयोग से लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने का प्रयास किया जा रहा हैं।
जिले में आयुष विंग केंद्र –
1. आयुर्वेद औषधालय की संख्या – 62
2. होम्योपैथी औषधालय की संख्या – 09
3. यूनानी औषधालय की संख्या – 02
4. एनआरएचएम आयुर्वेद औषधालय – 04
5. एनआरएचएम होम्योपैथी औषधालय – 10
ओपीडी-आइपीडी दोनों की सुविधा –
आयुष विभाग अंतर्गत जिले में तामिया आयुर्वेद हॉस्पिटल में 30 तथा नवेगांव में 40 बिस्तर का होम्योपैथिक हॉस्पिटल संचालित है, जहां रोगियों को ओपीडी-आइपीडी दोनों सुविधाएं मिलती है। वहीं जिला अस्पताल में पंचकर्म थैरेपी सेंटर तथा आयुर्वेदिक, होम्योपैथिक व यूनानी आयुष विंग संचालित है। डॉ. गाड़बैल ने बताया कि जिले में आयुर्वेद विशेषज्ञ (एमडी) एक, चिकित्सा अधिकारी 29, होम्योपैथी 7 तथा यूनानी डॉक्टर एक कार्यरत हैं।
आयुष विभाग अंतर्गत जिले में तामिया आयुर्वेद हॉस्पिटल में 30 तथा नवेगांव में 40 बिस्तर का होम्योपैथिक हॉस्पिटल संचालित है, जहां रोगियों को ओपीडी-आइपीडी दोनों सुविधाएं मिलती है। वहीं जिला अस्पताल में पंचकर्म थैरेपी सेंटर तथा आयुर्वेदिक, होम्योपैथिक व यूनानी आयुष विंग संचालित है। डॉ. गाड़बैल ने बताया कि जिले में आयुर्वेद विशेषज्ञ (एमडी) एक, चिकित्सा अधिकारी 29, होम्योपैथी 7 तथा यूनानी डॉक्टर एक कार्यरत हैं।
साढ़े तीन लाख से अधिक को दी गई दवा –
आयुष विभाग 17 मार्च 2020 से जिले के 803 ग्राम पंचायतों के 76 गांव में प्रतिदिन औषधि वितरण कर रहा है। इसके चलते अब तक 3 लाख 69 हजार 837 लोगों को इसका लाभ दिया जा चुका है।
आयुष विभाग 17 मार्च 2020 से जिले के 803 ग्राम पंचायतों के 76 गांव में प्रतिदिन औषधि वितरण कर रहा है। इसके चलते अब तक 3 लाख 69 हजार 837 लोगों को इसका लाभ दिया जा चुका है।