कॉलेज प्रबंधन कर रहा खानापूर्ति
उच्च शिक्षा विभाग ने कॉलेजों को सख्त निर्देश दिए हैं कि वे कोविड गाइडलाइन का सख्ती से पालन करें। हर विद्यार्थी एवं स्टॉफ का कॉलेज में प्रवेश देने से पूर्व उसकी थर्मल स्क्रीनिंग करें, लेकिन कॉलेज प्रबंधन केवल औपचारिकता निभा रहा है।
उच्च शिक्षा विभाग ने कॉलेजों को सख्त निर्देश दिए हैं कि वे कोविड गाइडलाइन का सख्ती से पालन करें। हर विद्यार्थी एवं स्टॉफ का कॉलेज में प्रवेश देने से पूर्व उसकी थर्मल स्क्रीनिंग करें, लेकिन कॉलेज प्रबंधन केवल औपचारिकता निभा रहा है।
छात्रों ने मार्टिन लूथर किंग के कार्यों को जाना
पीजी कॉलेज के अंग्रेजी विभाग द्वारा शनिवार को नोबेल पुरस्कार विजेता डॉ. मार्टिन लूथर किंग की जयंती मनाई गई। इस अवसर पर वेबीनार का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में प्राचार्य डॉ. अमिताभ पांडे ने कहा कि शिक्षा का उद्देश्य तभी सार्थक होता है जब इस प्रकार के आयोजन के माध्यम से विद्यार्थियों को महापुरुषों की जीवन गाथा और उनके कार्यो से परिचित कराया जाता है। कार्यक्रम के संयोजक अंग्रेजी विभाग के प्रो. डॉ. पीएन सनेसर ने पावर पॉइंट प्रेजेंटेशन के माध्यम से मार्टिन लूथर किंग की जीवनी, उनके कार्य तथा उनके प्रसिद्ध भाषण ‘हेव ए ड्रीम’ के बारे में विस्तार से विद्यार्थियों के साथ चर्चा की। उन्होंने बताया कि मार्टिन लूथर किंग महात्मा गांधी के बहुत बड़े अनुयायी थे। उन्होंने हमेशा शांति का मार्ग चुना, जिसके लिए उन्हें 1964 में नोबेल पुरस्कार मिला। इस अवसर एमए प्रथम सेमेस्टर की छात्रा मधुमिता नाग ने मार्टिन लूथर किंग के प्रसिद्ध कोटेशन सुनाया। छात्र राहुल पांडे ने मार्टिन लूथर किंग के जीवन की महत्वपूर्ण तिथियों की जानकारी दी। आयोजन की समीक्षा करते हुए अंग्रेजी विभाग की डॉ. दीप्ति जैन ने कहा कि मार्टिन लूथर किंग का जीवन आज भी सामाजिक बुराइयों को दूर करने में प्रेरणा देता है, उनके द्वारा किया गया कार्य और उनकी स्पीच बहुत ही प्रेरणादायक है।
कार्यक्रम में प्रोफेसर डॉ. तृप्ति मिश्रा, डॉ. गोपिबाला डहेरिया, संजय आलोनकर, नवनीत कौर सहित अन्य विद्यार्थी शामिल हुए।
पीजी कॉलेज के अंग्रेजी विभाग द्वारा शनिवार को नोबेल पुरस्कार विजेता डॉ. मार्टिन लूथर किंग की जयंती मनाई गई। इस अवसर पर वेबीनार का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में प्राचार्य डॉ. अमिताभ पांडे ने कहा कि शिक्षा का उद्देश्य तभी सार्थक होता है जब इस प्रकार के आयोजन के माध्यम से विद्यार्थियों को महापुरुषों की जीवन गाथा और उनके कार्यो से परिचित कराया जाता है। कार्यक्रम के संयोजक अंग्रेजी विभाग के प्रो. डॉ. पीएन सनेसर ने पावर पॉइंट प्रेजेंटेशन के माध्यम से मार्टिन लूथर किंग की जीवनी, उनके कार्य तथा उनके प्रसिद्ध भाषण ‘हेव ए ड्रीम’ के बारे में विस्तार से विद्यार्थियों के साथ चर्चा की। उन्होंने बताया कि मार्टिन लूथर किंग महात्मा गांधी के बहुत बड़े अनुयायी थे। उन्होंने हमेशा शांति का मार्ग चुना, जिसके लिए उन्हें 1964 में नोबेल पुरस्कार मिला। इस अवसर एमए प्रथम सेमेस्टर की छात्रा मधुमिता नाग ने मार्टिन लूथर किंग के प्रसिद्ध कोटेशन सुनाया। छात्र राहुल पांडे ने मार्टिन लूथर किंग के जीवन की महत्वपूर्ण तिथियों की जानकारी दी। आयोजन की समीक्षा करते हुए अंग्रेजी विभाग की डॉ. दीप्ति जैन ने कहा कि मार्टिन लूथर किंग का जीवन आज भी सामाजिक बुराइयों को दूर करने में प्रेरणा देता है, उनके द्वारा किया गया कार्य और उनकी स्पीच बहुत ही प्रेरणादायक है।
कार्यक्रम में प्रोफेसर डॉ. तृप्ति मिश्रा, डॉ. गोपिबाला डहेरिया, संजय आलोनकर, नवनीत कौर सहित अन्य विद्यार्थी शामिल हुए।