दोनों जिलों में कहीं भी रिकॉर्ड दर्ज नहीं होने से यह होगा कि इस महामारी से मौत की भविष्य में होने वाली समीक्षा भी नहीं हो पाएगी। देश-प्रदेश में भी वास्तविक मौत का आंकड़ा भी नहीं पहुंचेगा। केवल छवि खराब न करने के चक्कर में अधिकारी महामारी की सही तस्वीर सामने नहीं आने दे रहे हैं।
जिला अस्पताल की सिविल सर्जन डॉ. परमजीत गोगिया का कहना है कि जिला अस्पताल में कोरोना संक्रमितों की मौत हुई है, उस पर मृत्यु प्रमाण-पत्र दिया जाएगा लेकिन उसे कोरोना से मृतकों की जानकारी में सम्मिलित नहीं किया जाएगा।
अस्पताल में सिवनी के मरीजों की मौत हुई है, जिसकी वजह से छिंदवाड़ा में उनकी गिनती नहीं की गई है।
– सौरभ कुमार सुमन, कलेक्टर छिंदवाड़ा सिवनी में भी मौत पर अधिकारियों का रवैया
छिंदवाड़ा में कोरोना संक्रमण से पीडि़तों की मौत को सिवनी प्रशासन दर्ज नहीं कर पाया है। मुख्य चिकित्साधिकारी कार्यालय सिवनी से जारी हेल्थ बुलेटिन में मृतकों की जारी संख्या में शामिल नहीं किया गया। इसके पूर्व नागपुर व छिंदवाड़ा में हुई दो-दो मौत को सीएमएचओ कार्यालय से जारी बुलेटिन में शामिल कर लिया गया था। उधर छिंदवाड़ा प्रशासन भी उनकी मौत को अपने यहां नहीं शामिल किया है। ऐसे में सवाल यह है कि कोरोना से छिंदवाड़ा में दम तोडऩे वाले महिला-पुरुष की गिनती किस जिले के मृतकों में होगी। सीएमएचओ डॉ. केसी मेशराम ने बताया कि हमारे यहां मरीज के सम्बंध में कोई जानकारी नहीं है। छिंदवाड़ा पोर्टल पर मरीज के मृत होने की जानकारी दर्ज होगी।
– डॉ. राहुल फटिंग, कलेक्टर सिवनी