scriptCorona effect: हवा में झूल रहे मृतकों के रिकॉर्ड, अधिकारियों ने खड़े किए हाथ | Corona effect: records of dead hanging in the air | Patrika News

Corona effect: हवा में झूल रहे मृतकों के रिकॉर्ड, अधिकारियों ने खड़े किए हाथ

locationछिंदवाड़ाPublished: Aug 20, 2020 05:18:20 pm

Submitted by:

prabha shankar

कोविड-19: आइसीएमआर में रिपोर्टिंग को लेकर दो जिलों के प्रशासन के बीच पेंच

45 corona infected on Independence Day in bhilwara

45 corona infected on Independence Day in bhilwara

छिंदवाड़ा/ जिला अस्पताल में तेरह कोरोना संक्रमितों की मौत भले ही हो गई हो, लेकिन प्रशासन केवल तीन को ही स्वीकार कर पाया है। शेष दस मृतकों के रिकॉर्ड हवा में झूल रहे हैं। छिंदवाड़ा के साथ सिवनी के प्रशासन ने भी इसे अपनी महामारी रिपोर्टिंग में शामिल करने से इनकार कर दिया है। इसका कारण दोनों जिलों के अधिकारियों का अपनी छवि महामारी के मामले में खराब न करना बताया गया है। इसके लिए आइसीएमआर के सेम्पल नियमों की आड़ ली जा रही है।
कोरोना संक्रमणकाल में देखा जाए तो चार अप्रैल से 18 अगस्त तक जिला अस्पताल में अब तक 13 संक्रमित दम तोड़ चुके हैं। स्वास्थ्य विभाग के बुलेटिन में केवल तीन को ही दर्ज किया गया है। शेष कोरोना मृतकों के रिकॉर्ड को छोड़ दिया गया है। जिले के अधिकारी यह तर्क लम्बे समय से दे रहे हैं कि आइसीएमआर की रिपोर्टिंग में जहां सेम्पल लिया गया है वहीं मौत को भी दर्ज करना होगा। जबकि पड़ोसी सिवनी के अधिकारी का जवाब है कि जहां कोरोना से संक्रमित की मृत्यु हुई है उसे ही अपने यहां दर्ज करना चाहिए। आखिर अंतिम संस्कार भी वहीं हुआ है। इसका मृत्यु प्रमाण-पत्र देने का अधिकार भी छिंदवाड़ा के जिला अस्पताल का है। इन दोनों तर्क-वितर्क से दस कोरोना मृतकों के परिवारों को न्याय नहीं मिल पा रहा है।
भविष्य में मौत पर नहीं हो सकेगी समीक्षा
दोनों जिलों में कहीं भी रिकॉर्ड दर्ज नहीं होने से यह होगा कि इस महामारी से मौत की भविष्य में होने वाली समीक्षा भी नहीं हो पाएगी। देश-प्रदेश में भी वास्तविक मौत का आंकड़ा भी नहीं पहुंचेगा। केवल छवि खराब न करने के चक्कर में अधिकारी महामारी की सही तस्वीर सामने नहीं आने दे रहे हैं।
जिला अस्पताल की सिविल सर्जन डॉ. परमजीत गोगिया का कहना है कि जिला अस्पताल में कोरोना संक्रमितों की मौत हुई है, उस पर मृत्यु प्रमाण-पत्र दिया जाएगा लेकिन उसे कोरोना से मृतकों की जानकारी में सम्मिलित नहीं किया जाएगा।

अस्पताल में सिवनी के मरीजों की मौत हुई है, जिसकी वजह से छिंदवाड़ा में उनकी गिनती नहीं की गई है।
– सौरभ कुमार सुमन, कलेक्टर छिंदवाड़ा

सिवनी में भी मौत पर अधिकारियों का रवैया
छिंदवाड़ा में कोरोना संक्रमण से पीडि़तों की मौत को सिवनी प्रशासन दर्ज नहीं कर पाया है। मुख्य चिकित्साधिकारी कार्यालय सिवनी से जारी हेल्थ बुलेटिन में मृतकों की जारी संख्या में शामिल नहीं किया गया। इसके पूर्व नागपुर व छिंदवाड़ा में हुई दो-दो मौत को सीएमएचओ कार्यालय से जारी बुलेटिन में शामिल कर लिया गया था। उधर छिंदवाड़ा प्रशासन भी उनकी मौत को अपने यहां नहीं शामिल किया है। ऐसे में सवाल यह है कि कोरोना से छिंदवाड़ा में दम तोडऩे वाले महिला-पुरुष की गिनती किस जिले के मृतकों में होगी। सीएमएचओ डॉ. केसी मेशराम ने बताया कि हमारे यहां मरीज के सम्बंध में कोई जानकारी नहीं है। छिंदवाड़ा पोर्टल पर मरीज के मृत होने की जानकारी दर्ज होगी।
हमारे यहां कोरोना संक्रमितों की मौत की ऐसी कोई ऑफिशियल सूचना नहीं है। मृतकों ने सिवनी में सेम्पल नहीं दिया था। उनकी मौत की जानकारी छिंदवाड़ा के पोर्टल पर दिखेगी। इसके बाद उसे सिवनी में शामिल कर लिया जाएगा।
– डॉ. राहुल फटिंग, कलेक्टर सिवनी
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो