हरिलाल ढाना में झिरिया का पी रहे पानी
तामिया विकासखण्ड की ग्राम पंचायत छिंदी के हरिलाल ढाना में लगातार शिकायत करने के बाद भी पेयजल समस्या का हल नहीं निकाला गया है। इस ढाना में करीब 50 परिवार निवासरत हैं। ग्रामीण और महिलाएं एक किमी दूर झिरिया में पहुंचते हैं और गंदा पानी लाकर अपनी प्यास बुझाते हैं। इस ढाना में मांग किए जाने पर हैंडपंप और कुआं नहीं खोदा गया है। ग्राम की साजिया, जय कुमारी, मनौती समेत अन्य महिलाओं ने बताया कि गर्मी के तीन माह सुबह-शाम पानी लाने में बीत जाते हैं। पीएचइ विभाग के अधिकारियों ने भी इस गांव की सुध नहीं ली है।
जोगीमुआर: पाइपलाइन टूटी, जाते हैं दो किमी
तामिया से 13 किमी दूर ग्राम पंचायत जोगीमुआर के झीलपुरा में पहले लोग नल-जल योजना से मिलने वाले पानी पीते थे। दो माह से पाइप लाइन टूट जाने से उन्हें पेयजल समस्या का सामना करना पड़ रहा है। ग्रामीण महिलाएं दो किमी दूर उमरवहा तिराहा के पास नाले की झिरिया का गंदा पानी लाने मजबूर है। इस गांव की समस्या का हल करने कोई अधिकारी नहीं पहुंचा है।
नागरी: पिछले साल बोर कराया, नहीं निकला पानी
छिंदी मुख्यालय से लगे ग्राम पंचायत नागरी के झीलढाना में पिछले साल पीएचई विभाग द्वारा बोर किया गया था, लेकिन उसमें से पानी नहीं निकला। इसके चलते इस गांव में भी पेयजल समस्या बनी हुई है।