– वीडियो कॉंफ्रेंसिंग में दिए प्रचार-प्रसार के निर्देश बता दें कि अब तक कोरोना वायरस संक्रमण की जांच महाराष्ट्र के पुणे में होती थी, जिसमें रिपोर्ट आने में थोड़ा समय लगता था। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. प्रदीप मोजेस ने बताया कि उक्त व्यवस्था से काफी राहत मिलेगी तथा एकत्रित किए गए सेम्पलों की शीघ्र रिपोर्ट भी मिल सकेगी।
वीसी के माध्यम से प्रमुख सचिव ने बताया कि कोरोना को लेकर कभी भी कोई स्थिति निर्मित हो सकती है, जिसके लिए लोग पहले से ही तैयार रहे तथा स्वास्थ्य अमला गांव-गांव जाकर लोगों को जागरूक करने का प्रयास करें। इस दौरान सीएमएचओ, सिविल सर्जन डॉ. पी. कौर गोगिया, खाद्य एवं औषधि सुरक्षा विभाग के अधिकारी सहित अन्य मौजूद थे।
80 प्रतिशत बिना दवा के हो जाते है ठीक –
बताया जाता है कि सर्दी-जुखाम या बुखार में 80 प्रतिशत मरीज बिना उपचार या दवा के ठीक हो जाते है, जबकि शेष 20 प्रतिशतों का इम्यूनिटी पावर कम होने से बीमार होते है। कोरोना संक्रमण से सुरक्षा के लिए साफ-सफाई के साथ-साथ किसी भी संक्रमित व्यक्ति से लगभग एक मीटर की दूरी रखना, साबुन, सेनेटाइजर या अन्य संसाधनों से हाथ धोना आदि सावधानियां बरतना की हिदायत दी है।
बताया जाता है कि सर्दी-जुखाम या बुखार में 80 प्रतिशत मरीज बिना उपचार या दवा के ठीक हो जाते है, जबकि शेष 20 प्रतिशतों का इम्यूनिटी पावर कम होने से बीमार होते है। कोरोना संक्रमण से सुरक्षा के लिए साफ-सफाई के साथ-साथ किसी भी संक्रमित व्यक्ति से लगभग एक मीटर की दूरी रखना, साबुन, सेनेटाइजर या अन्य संसाधनों से हाथ धोना आदि सावधानियां बरतना की हिदायत दी है।